वेद व्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़ : तरुण चेतना व चाइल्डलाइन 1098 के तत्वाधान में पट्टी व आसपुर देवसरा के अति पिछड़े समुदाय के साथ छ: माह से लेकर पांच वर्ष तक के बच्चो को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए तरुण चेतना व जीव दया फाउंडेशन के सहयोग से बच्चों को पौष्टिक आहार वितरण किया जाएगा.
उक्त बात की जानकारी देते हुए तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल कुपोषण के कारण मरने वाले पांच साल से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या दस लाख से भी ज्यादा है.
दक्षिण एशिया में भारत कुपोषण के मामले में सबसे बुरी हालत में है. श्री अंसारी के अनुसार कई सर्वेक्षणों में पाया गया कि देश के सबसे गरीब इलाकों में आज भी बच्चे भुखमरी के कारण अपनी जान गंवा रहे हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर इस ओर ध्यान दिया जाए तो इन मौतों को रोका जा सकता है.
इसके लिए संस्था ने जीव दया फाउंडेशन के साथ मिलकर जिले के पांच स्थानों पर प्रतिदिन बच्चों को दूध व अन्य पौष्टिक आहार देने का प्लान किया है।
इसी क्रम में आज आस पुर देवसरा अंतर्गत रमई पुर नेवादा की जोगी बस्ती में 128 बच्चों को दूध व बिस्कुट का वितरण कर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी. इस अवसर पर जीव दया फाउंडेशन के कार्यक्रम समन्वयक निखिल उत्तम ने कहा कि बच्चों में कुपोषण स्वस्थ्य समाज के लिए एक धब्बा है, जिसे हम सबको मिलकर दूर करना होगा.
श्री उत्तम ने कहा कि इसका एक प्रमुख कारण गरीबी है- बहुत से लोग पैसों की कमी के कारण नियमित सन्तुलित भोजन हासिल नहीं कर पाते हैं।
आर्थिक तंगी के कारण कुपोषण की स्थिति बच्चों में साफ दिखाई देने लगती है और ऐसे में शरीर बीमारियों से लड़ नहीं पाता और कुपोषण बढ़ जाता है।
इसके लिए इन केन्द्रों पर प्रतिदिन बच्चों को गर्म दूध व बिस्कुट देने के साथ अक्षर ज्ञान भी कराया जायेगा. आगे चल कर बच्चों को ड्रेस व राशन को देने की योजना है।
इसी क्रम में चाइल्डलाइन 1098 के सदस्य हकीम अंसारी ने बाल अधिकार पर चर्चा करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों के सेहत के लिए बहुत आवश्यक है।
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