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धौरहरा:गांव की बागडोर संभालते ही प्रधान के परिजन बने मनरेगा मजदूर

धौरहरा में मनरेगा योजना चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट

कमलेश जयसवाल

धौरहरा खीरी ।गरीबों को रोजगार देने के उद्देश्य से चलाई जा रही मनरेगा योजना धौरहरा क्षेत्र में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है । 



प्रधान व अधिकारियों की मिलीभगत से क्षेत्र में मनरेगा योजना का मखौल उड़ाया जा रहा है। 



धौरहरा के कलुआपुर गांव में ग्राम प्रधान के घर के सदस्यों के नाम पर मनरेगा से निकाली गई रकम का मामला प्रकाश में आने के बाद ज़िम्मेदार जांच करवाने की बात कह अपना पल्ला झाड़ने लगे है।


जनपद खीरी के धौरहरा ब्लॉक की ग्राम पंचायत कलुआपुर में प्रधान बनते ही प्रधान के परिजन बिना काम किए ही मजदूर बन गए। 


बिना काम किए ही प्रधान के परिजनों को मजदूर बनाकर मोटी रकम निकालकर बंदरबांट किया जाने लगा। 


सबसे अहम तो यह है कि प्रधानी से पहले घर का काम भी न करने वाले प्रधान के परिजनों का मनरेगा मजदूर बन जाना क्षेत्र में चर्चा बन गया।



जी हां हम बात कर रहे हैं जनपद खीरी के विकास क्षेत्र धौरहरा के ग्राम पंचायत कलुआपुर की । जहां मनरेगा योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है । 


यहां प्रधान के हाथ में गांव की बागडोर आते ही प्रधान के परिजन मनरेगा मजदूर बन गए । जबकि प्रधानी से पहले उनका दूर दूर तक मजदूरी से कोई सम्बन्ध भी नहीं था। 


लेकिन गांव की बागडोर आते ही प्रधान पुत्र ,बहु और देवर,जेठ तक मजदूर बन गए। ग्रामीणों से मिली जानकारी के ग्रामीणों को मिले साक्ष्यों के अनुसार कलुआपुर गांव की प्रधान आयशा पत्नी अन्सार है । 


गांव की बागडोर संभालते ही उनका पुत्र रियाज गांव में मनरेगा के तहत केवल कागजों पर मजदूरी करने लगा और उसने जुलाई से दिसंबर तक 63 दिन मजदूरी की, इसी प्रकार रियाज की पत्नी रुहेना बानो ने जुलाई से दिसंबर तक 93 दिन, प्रधान के देवर आजाद ने जुलाई से दिसंबर के बीच 66 दिन , आजाद के पुत्र मो कैफ ने जुलाई से दिसंबर के बीच 56 दिन जबकि जेठ कुतुबुद्दीन ने जून से दिसम्बर के बीच में 100 दिन , जेठ के पुत्र कामिल ने 66 दिन मनरेगा में मजदूरी की है। 


जबकि गांव की बागडोर संभालने से पहले प्रधान के इन्ही परिजनों का मजदूरी से दूर दूर तक कोई नाता नहीं था । 


गांव की बागडोर संभालते ही प्रधान के परिजनों का मनरेगा मजदूर बन जाना शाशन द्वारा संचालित मनरेगा योजना में बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार की तरफ इशारा करता है।


बोले डीसी मनरेगा

"मामला गंभीर है फिर भी प्रकरण की मुझे अभी तक कोई जानकारी नहीं है। मामले की जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी ।"



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