अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर के कोतवाली देहात पुलिस की दादागिरी इस कदर बढ़ गई है कि घटनास्थल पर गरीबों को न्याय दिलाने के बजाय न्याय की बात कर रहे लोगों को साथ गाली गलौज तथा मारपीट कर रही है ।
ताजा मामला सर्किल एक बलरामपुर बैजपुर मार्ग के पांचवें किलोमीटर पर स्थित राधे श्याम नगर भटपुरवा चौराहे का है, जहां पर दो पक्षों में विवाद हुआ था ।
एक गरीब चाय वाले को कुछ लोगों द्वारा मारा पीटा गया जिसकी सूचना पर पहुंची देहात कोतवाली पुलिस ने वहां पर मौजूद बीच-बचाव कराने वाले ग्रामीणों को एक तरफ से मां बहन के गालियों से नवाजा ।
इतने पर भी जी नहीं भरा तो पास में खड़े एक छात्र जो अपने मोबाइल से कोई कार्य कर रहा था उसके मोबाइल भी छीन लिया ।
पीड़ित छात्र अभय शुक्ला का कहना है कि वह पास के मीडिया कैंप कार्यालय पर बैठा था और जब चौराहे पर विवाद का शोर हुआ तो वह भी मौके पर गया ।
चश्मदीद के लोगों द्वारा मारपीट का वीडियो बनाया गया था, जिसे छात्र के मोबाइल में चश्मदीद द्वारा दिया गया । विवाद का वीडियो छात्र द्वारा पुलिसकर्मी मनीष मिश्रा को दिखाने की कोशिश की गई, जिस पर मनीष मिश्रा ने छात्र के साथ अभद्रता करते हुए उसकी मोबाइल छीन ली ।
कोतवाली देहात पुलिस की यह कोई पहली मनमानी नहीं है । इससे पहले भी शांति भंग के नाम पर तमाम संभ्रांत लोगों को शांति भंग का आरोपी बना चुकी है ।
यहां तक की मान्यता प्राप्त पत्रकार अवधेश मणि तिवारी को भी शांति भंग में कोतवाली देहात की इसी वीट पुलिस द्वारा आरोपी बना दिया गया है ।
झूठ को सच साबित करने में माहिर कोतवाली देहात पुलिस अपनी बात को ऊपर रखने के लिए कुछ भी कर सकती है ।
जिले के ईमानदार व तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक की छवि को देहात कोतवाली पुलिस धूमिल करने का प्रयास कर रही है । कोतवाली देहात पुलिस द्वारा इस प्रकार की मनमानी पूर्ण कार्रवाई चिंता का विषय है ।
पुलिस की इस कार्यशैली से ग्रामीणों में रोष व्याप्त हो रहा है ।ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से मनीष मिश्रा सहित मौके पर गई पुलिस टीम के कार्य व्यवहार की जांच कराते हुए कार्यवाही की मांग की है ।
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