प्रदीप शुक्ला/बी पी त्रिपाठी
मेहनौन, गोंडा:वर्तमान राजनीति में बड़े बड़े धुरंधरों बाहुबलियों के बीच राजनैतिक परिवार की एक अकेली महिला जो विगत कई वर्षो से अपने व अपने क्षेत्र के स्वाभिमान की लड़ाई में जनता के बीच हमेशा रही है।
राजनीति में जिस ममत्व की अपेक्षा क्षेत्र की जनता करती है जन अपेक्षा पर खरी उतरती पूर्व विधायक नन्दिता शुक्ला केवल अपने समर्थकों तक ही सिमित नही रहीं विपक्षी भी उनकी सादगी और शालीनता के हमेशा कायल रहे हैं।
राजनैतिक घराने से ताल्लुक रखने अथवा मेहनौन विधान सभा की सीट से तीन बार विधायक रह चुकीं नन्दिता बेहद शालीन व विनम्र स्वभाव की हैं।
माना जाता है की उन्होंने ने अपनी व अपने बेटे राहुल शुक्ला की राजनैतिक चमक बढ़ाने के लिए अपने स्वाभिमान को किसी की चौखट पर गिरवीं नही रखा, उनका मानना है की क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर्ता का जिस प्रकार जनता के मान सम्मान का प्रतीक होता है उसी तरह यदि कोई प्रतिनिधित्व कर्ता अपना स्वाभिमान केवल अपनी राजनीति चमकाने के लिए किसी की चौखट पर गिरवीं रखता है तो यह पूरे क्षेत्र की जनता का अपमान होता है।
आगे उन्होंने कहा की चुनाव में हार जीत एक अलग विषय होता है, समस्याएं पूरी तरह कभी खत्म नही होगी कुछ न कुछ कमियां हमेशा बनी रहती हैं, जनता जिसे अपना प्रतिनिधि चुन कर विधान सभा भेजती है,
जनता के मान सम्मान और स्वाभिमान की रक्षा उसे ही करनी होती है।
समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही पूर्व विधायक नन्दिता शुक्ला आज भी क्षेत्र की आदर्श महिला के रूप पहचानी जाती हैं।
महिला सशक्ति करण की कसौटी पर स्वाभिमान की रक्षा के लिए वे अपनी सादगी और शालीनता का लोहा मनवा रही हैं।
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