अखिलेश्वर तिवारी/नरेन्द्र पटवा
जनपद बलरामपुर के सभी क्षेत्रों में विगत 2 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बे मौसम बरसात के कारण तिलहनी फसलों को नुकसान होने की संभावना बढ़ गई है ।
एक वजह ठंडक भीषण कहर बरपा रही है, वहीं दूसरी ओर मवेशियों के लिए चारे का संकट भी उत्पन्न हो चुका है ।
कड़ाके की ठंड के बीच जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो चुका है ।
जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह से गलन भरी ठंड के कहर के बाद गुरुवार शाम को मौसम ने अचानक करवट ली और तेज हवाओं के साथ बारिश का सिलसिला शुरू हुआ जो पूरी रात चली।
तेज हवाओं के चलने से मौसम काफी सर्द रहा और आम लोगों के साथ साथ पशु पक्षी भी कंपकंपाने को मजबूर हो गए हैं।
पूरे दिन सूरज बादलों में लुका छिपी खेलता रहा क्षेत्र में लोग शीत लहर की चपेट में हैं ।
जिस तरह से मौसम बना हुआ है उससे हांड़ कपाने वाली ठंड का सामना लोगों के साथ साथ पशु पक्षियों को करना पड़ रहा है ।
मौसम जिस तरह गलन भरी सर्दी का एहसास करा रहा है उसे देखकर लगता है कि अभी इसी तरह ठंड का आलम बना रहेगा।
तेज गति चल रहे हवा के झोकों ने खेत में खड़ी सरसो की फसल खेतों में भी गिर गई है, जिससे सरसों की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है ।
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