उक्त कार्यक्रम का संयोजन पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष रामनरेश मौर्य ने किया।
इसके उपरांत आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद डॉक्टर निर्मल खत्री ने कहा सम्राट अशोक के विचारों को अनुकरण करके ही विश्व में शांति की स्थापना की जा सकती है।
चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने बताया शांति के सहारे ही विश्व में बंधुत्व स्थापित किया जा सकता है ना कि युद्ध के रास्ते पर चलकर।
पूर्व सांसद डॉ निर्मल खत्री ने कहा सम्राट अशोक को ‘चक्रवर्ती सम्राट अशोक' कहा जाता है, जिसका अर्थ है - ‘सम्राटों के सम्राट’, और यह स्थान भारत में केवल सम्राट अशोक को मिला है। सम्राट अशोक को अपने विस्तृत साम्राज्य से बेहतर कुशल प्रशासन तथा बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए जाना जाता है।
गोष्ठी की अध्यक्षता जिला कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तथा संचालन महानगर अध्यक्ष वेद सिंह कमल ने किया।
अध्यक्षता कर रहे जिला कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा हमें अशोक के सिद्धांतों को अपनाकर विश्व में शांति और भाईचारे को बढ़ावा देना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता सुनील कृष्ण गौतम ने कहा सम्राट अशोक ने बौद्ध-धर्म के प्रचार-प्रसार को अपने राज्य तक ही सीमित नहीं रखा अपितु विदेशों में भी इसके प्रचार-प्रसार के लिए भिक्षुओं को भेजा ।
चीन, जापान, तिब्बत, श्रीलंका आदि देशों में बौद्ध-धर्म की नींव सम्राट अशोक ने ही रखी ।
विधानसभा प्रत्याशी रही श्रीमती रीता मौर्या ने कहा मौर्य राजवंश के चक्रवर्ती सम्राट अशोक ने अखण्ड भारत पर राज्य किया है तथा उनका मौर्य साम्राज्य उत्तर में हिन्दुकुश, तक्षशिला की श्रेणियों से लेकर दक्षिण में गोदावरी नदी, सुवर्णगिरी पहाड़ी के दक्षिण तथा मैसूर तक तथा पूर्व में बांग्लादेश, पाटलीपुत्र से पश्चिम में अफ़गानिस्तान, ईरान, बलूचिस्तान तक पहुँच गया था।
सम्राट अशोक का साम्राज्य आज का सम्पूर्ण भारत, पाकिस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, म्यान्मार के अधिकांश भूभाग पर था, यह विशाल साम्राज्य उस समय तक से आज तक का सबसे बड़ा भारतीय साम्राज्य रहा है।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से एआईसीसी सदस्य उग्रसेन मिश्रा ,पूर्व जिला अध्यक्ष रामदास वर्मा ,कार्यवाहक जिला अध्यक्ष शिवपूजन पांडे ,पिछड़ा वर्ग के प्रदेश उपाध्यक्ष रामनरेश मौर्य ,प्रवीण श्रीवास्तव ,डीएन वर्मा, रमेंद्र त्रिपाठी मोहम्मद आरिफ दयावती राजकुमार यादव सविता यादव राम निहाल मौर्य आदि उपस्थित थे
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