रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। श्रीमद् भागवत कथा के दौरान श्रीराधाकृष्ण की जीवंत झांकी निकाली गई।
कथा के विश्राम दिवस शनिवार की रात कथा व्यास पंडित दामोदराचार्य ने श्री कृष्ण लीला का संक्षिप्त सार, सुदामा चरित्र व राजा परीक्षित की मोक्ष का वर्णन किया जिसे समस्त भक्तों ने पूरे भक्ति भाव से श्रवण किया। तत्पश्चात फूलहोली महोत्सव में समस्त भक्त जनों ने श्री राधा कृष्ण की जीवंत झांकी का भजनों के साथ झूम के नृत्य करते हुए आनंद लिया।
कथा क्रम को आगे बढ़ाते हुए व्यास ने बताया कि किस तरह भगवान ने अपने यदुकुल को ब्राह्मणों का श्राप लगवाया और पिता वसुदेव को नारदजी से सत्संग कराकर स्वयं स्वधाम गमन किया।
परीक्षित जी ने सुखदेव जी से कथा सुनकर अपना आखिरी प्रणाम उनके चरणों में कर मृत्यु के भय से मुक्त हो प्रभु की ध्यान समाधि में बैठकर तक्षक नाग के डसने से पहले ही अपनी आत्मा को परमात्मा में लीन कर दिया। इस प्रकार श्री भागवत कथा हमें मृत्यु के भय से बचाती है।
कथा व्यास दामोदराचार्य जी ने अंतिम श्लोकों का वर्णन करते हुए भगवान के श्री चरणों में समस्त भक्तों की ओर से प्रणाम करते हुए कामना की।
नगर के सदर बाजार में सेठ शिव कुमार पुरवार द्वारा आयोजित इस सात दिवसीय श्रीमद् भागवत महापुराण ज्ञान यज्ञ का समापन रविवार को विधि विधान से पूजन अर्चन एंव हवन यज्ञ के साथ हुआ।
सोमवार को विशाल भंडारे का आयोजन होगा। इस मौके पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं.रामअचल शास्त्री, रामजीलाल मोदनवाल, जोगेंद्र सिंह जानी, हरजीत सिंह, हरिकुमार वैश्य, कन्हैयालाल वर्मा, शिवकुमार बाथम, कैलाश सोनी, आशीष शुक्ल, अभिनव सिंह, ओपी तिवारी, सोनू पुरवार, शिवनन्दन वैश्य, अशोक सिंघानिया, पप्पू रस्तोगी, मोनू पुरवार, अरमान पुरवार, अभिषेक पुरवार, नैतिक पुरवार सहित भारी संख्या में दर्जनों महिलाएं एंव पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।
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