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परमिट बनवाने के नाम पर धौरहरा रेंजर ने वसूले पांच लाख



पैसे मांगने पर फर्जी मुकदमे में फसाने की दी धमकी

लकड़ी ठेकेदारों ने डीएम से लगाई न्याय की गुहार

उत्तर खीरी की धौरहरा रेंज के मामला

आयुष मौर्या

धौरहरा-लखीमपुर खीरी।सूबे के मुखिया भले ही भ्रस्टाचार व घूसखोरी के खिलाफ अभियान चलाकर अपने मातहतों को आए दिन निर्देशित कर रहे हो लेकिन मुखिया का यह निर्देश धरातल पर अमली जामा नही पहन पा रहा है। 


मामला उत्तर खीरी वन प्रभाग की धौरहरा रेंज का है। जहाँ लकड़ी ठेकेदारों से रेंज में तैनात रेंजर ने आम के पेड़ों का परमिट परमीशन कराने के लिए करीब पांच लाख रुपयों की रकम वसूल ली। 


वहीं परमिट परमीशन न होने पर जब ठेकेदारों ने दी गई रकम मांगी तो रेंजर ने उल्टे फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी देकर रेंज से भगा दिया।


रेंजर की इस कार्यशैली से परेशान लकड़ी ठेकेदारों ने डीएम समेत वन मंत्री से शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है।


उत्तर खीरी वन रेंज धौरहरा में कुछ माह पहले ही रेंज पर तैनात हुए रेंजर गजेंद्र सिंह अपनी कार्यशैली से  चर्चाओं में पहले से ही है कि इसी बीच लकड़ी ठेकेदार कमलेश पुत्र किशोरी निवासी गुलरिया धौरहरा,असलम खा पुत्र एजाज खा अमरनगर जनपद सीतापुर,तसव्वुर पुत्र मोहम्मद शेर निवासी शेखनपुरवा धौरहरा,मोहम्मद पुत्र रहमत खा निवासी सिसैया,शरीफ पुत्र कबीर काजी निवासी धौरहरा,राममूर्ति निवासी खैरी पट्टी समेत अन्य ठेकेदारों ने जिला अधिकारी महेंद्र सिंह समेत वन मंत्री को प्रार्थना पत्र भेजकर आरोप लगाया है कि आम के कलमी पेड़ों का परमिट जारी करवाने के नाम पर रेंजर गजेंद्र सिंह ने कमलेश से 50,000,असलम से 30,000,तस्व्वुर से 1,56,000 रुपये समेत दो कुंतल सरसों जिसको रेंजर ने खनियापुर में एक चक्की पर भेजकर तेल निकलवाया था। 


मोहम्मद से 15,000,शरीफ से 85,000,राममूर्ति से 30000 रुपये समेत अन्य ठेकेदारों से इसी तरह वसूली कर ली। पर न ही उनका परमिट बना न ही पैसे वापस मिले। 


इस बाबत जब यह सभी रेंज पर जाकर अपने पैसे मांगे तो उल्टे रेंजर ने सभी को फर्जी मुकदमें में फंसाकर जेल भेजने की धमकी देकर भगा दिया गया। 


जिसको लेकर दिए गए प्रार्थनापत्र में उच्च स्तरीय जांच करवाकर कार्रवाई करने की सभी ने माँग की है। वहीं इस बाबत जब वन क्षेत्राधिकारी गजेंद्र सिंह से जब बात की गई तो उन्होंने लगाये गए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि अवैध रूप से हो रहे लकड़ी कटान को रोकने के बाद बौखलाए लकड़ी माफिया अनर्गल आरोप लगा रहे हैं । 


कहा कि अवैध तरीके से लिए गए धन मामले में लेने व देने वाले दोनों जिम्मेदार होते हैं। फ़िलहाल कुछ भी हो मामले की जानकारी होते ही रेंजर व ठेकेदारों को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है। 


अब देखना यह होगा कि इस मामले में जांच के बाद सच्चाई सामने आती है या नही ?


खबर रुकवाने के लिए वन अधिकारी ने अपने नज़दीकियों से करवाई अपील


धौरहरा में लकड़ी ठेकेदारों द्वारा जिला अधिकारी व वन मंत्री को भेजे गए शिकायती पत्रों में लगाये गए गंभीर आरोपों के आधार पर जब क्षेत्र के कुछ पत्रकारों ने खबर प्रकाशन करने को लेकर रेंजर गजेंद्र सिंह से वर्जन लिया तो उसके कुछ ही देर बाद उनके एक नजदीकी ने पत्रकारों को खबर न प्रकाशित करने के लिए अपील करनी शुरू कर दी जिसको देखकर ऐसा जरूर प्रतीत होने लगा है कि लकड़ी ठेकेदारों द्वारा रेंजर पर लगाये गए आरोपों में कहीं न कहीं कुछ झोल जरूर है।

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