परिजनों के हंगामे के दौरान डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भागे
आयुष मौर्या
धौरहरा खीरी।धौरहरा इलाके की सीएचसी रमियाबेहड़ पर संस्थागत प्रसव के लिए आई प्रसूता को एएनएम ने अपने सरकारी आवास में ले जाकर भर्ती कर लिया। एएनएम ने 4,000 रुपये ले लिए।
प्रसव के बाद प्रसूता की एएनएम के आवास पर ही मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद उसके परिजन जुटने लगे।
तब हंगामे की स्थिति से बचने के लिए डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी अस्पताल छोड़कर भाग गए। प्रसूता ने शनिवार की सुबह करीब 10 बजे बेटी को जन्म दिया था।
जिसके एक घण्टे बाद उसकी मौत हो गई।शुक्रवार की रात करीब 10 बजे निघासन कोतवाली क्षेत्र के बजरंग गढ़ फार्म निवासी शिव भगवान यादव अपनी पत्नी बाल कुमारी (35) को रमियाबेहड़ सीएससी प्रसव कराने के लिए ले गए थे।
वहां मौजूद एएनम राजकुमारी ने मोटी रकम लेने के चक्कर में बाल कुमारी को सीएचसी में ना भर्ती कर अपने आवास को लेकर चली गई।
जहां एएनएम राजकुमारी ने सुरक्षित और सामान्य प्रसव कराने का झांसा देकर प्रसूता के पति शिव भगवान से 4,000 रुपए भी ऐंठ लिए।
एएनएम ने गर्भवती को रात भर अपने आवास पर रोके रखा। शनिवार की सुबह करीब 10 बजे बाल कुमारी के बेटी पैदा हुई। जिसके बाद से उसकी लगातार हालत बिगड़ती रही।
अंततः 11 बजे बाल कुमारी ने दम तोड़ दिया। प्रसूता की मौत के बाद एएनएम राजकुमारी ने सीएचसी से पर्चा बनवाकर बाल कुमारी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जबकि उस वक़्त प्रसूता की मौत हो चुकी थी।
प्रसूता की मौत की खबर लगते ही उसके परिजन पहुंचने लगे और हंगामा शुरू कर दिया। इसी बीच सीएचसी प्रभारी समेत अन्य स्वास्थ्य कर्मी फरार हो गए।
पीड़ित परिवार ने इसके बाद धौरहरा पुलिस को सूचना दी। धौरहरा पुलिस मौके पर पहुंच गई। शनिवार को दिन भर अस्पताल में हंगामे की स्थिति बनी रही।
शाम तक मामले के निबटारे की कोशिशें जारी थीं। वहीं इस बाबत कोतवाल डीपी शुक्ल ने बताया कि मामले की जानकारी पाकर मौके पर हल्का इंचार्ज को भेजा गया है, जहां परिजनों ने अभी तक न ही कोई तहरीर दी है, न ही वह शव का पंचनामा करवाने के लिए राजी हुए है।
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