चीनी मिल के कार्यक्रम में पहुचें उपगन्ना आयुक्त लखनऊ सतेंद्र सिंह
लागत कम होगी,सेहत भी दुरुस्त रहेगी किसानों की
कमलेश
धौरहरा-लखीमपुरखीरी:धौरहरा क्षेत्र की एकलौती चीनी मिल गोबिंद शुगर मिल ऐरा के किसानों के खेतों में खड़े गन्ने की फसलों में अब चीनी मिल ने ड्रोन से खाद डालने की तैयारी पूरी कर ली गई है।
जिसकी जानकारी गुरुवार को परसिया गांव में मिल प्रबंधक की अध्यक्षता में आयोजित हुई एक संगोष्ठी में भारी संख्या में पहुचे किसानों के बीच उप गन्ना आयुक्त लखनऊ की मौजूदगी में ड्रोन का परीक्षण कर किसानों को सौगात भेंट की गई।
गुरुवार को गोबिंद शुगर मिल ऐरा के मिल प्रबंधक आलोक सक्सेना की अध्यक्षता में मुख्य अथिति उप गन्ना आयुक्त लखनऊ सतेंद्र सिंह की मौजूदगी में किसानों के खेतों में ड्रोन से खाद का छिड़काव करने की विधि बताई गई।
इसके साथ ही ड्रोन को उड़ाकर एक खेत मे खाद का छिड़काव भी किया गया। जिसको देख संगोष्ठी में पहुचें सैकड़ों किसानों ने खुशी व्यक्त की है।
उप गन्ना आयुक्त लखनऊ सतेंद्र सिंह ने किसानों को किया संबोधित
संगोष्ठी में मुख्य अतिथि उप गन्ना आयुक्त सतेंद्र सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि जो हमारी मर्दा है उसका स्वास्थ्य अच्छा बनाये रखे।
खेतों की उर्वरा शक्ति बनाये रखने के लिए देशी खाद का प्रयोग अवश्य करें। इसके साथ उन्होंने गन्ने के साथ साथ सह फसलों का लाभ लेने की तकनीकी पर जोर देने व चीनी मिल द्वारा उप्लब्ध करवाई जा रही सुविधा का लाभ लेने की बात कही।
लागत कम होगी,सेहत भी दुरुस्त रहेगी किसानों की
ड्रोन स्प्रेडर से कीटनाशकों के छिड़काव की विधा नई सौगातें लेकर आई है।
परम्परागत खेती से आगे बढ़कर यह नई तकनीक न सिर्फ किसानों को आर्थिक लाभ देगी। बल्कि इससे किसान विषैले रसायनों की चपेट में भी आने से बचेंगे।
गोविंद शुगर मिल के सहायक गन्ना प्रबंधक कपिल सिंह ने बताया कि ड्रोन स्प्रेडर चीनी मिल से किसानों को किराए पर मिलेंगे। उन्होंने बताया ड्रोन स्प्रेडर से रसायनिक पदार्थों का छिड़काव करने पर किसानों की आर्थिक बचत होगी।
साथ ही परम्परागत तरिके से छिड़काव करने पर किसान रसायनों की चपेट में आ जाते थे। मगर इस विधि को अपनाने के बाद किसान सुरक्षित रहेंगे।
इस दौरान विशिष्ट अतिथि जिला गन्ना अधिकारी ब्रजेश पटेल,घनश्याम सिंह जेष्ठ गन्ना निरीक्षक,सचिव सुधीर कुमार,आलोक सक्सेना,केन प्रबंधक आरएस ढाका,कपिल सिंह,डॉ एसपी सिंह समेत भारी संख्या में मिल कर्मचारी व किसान मौजूद रहे।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ