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भारतीय भाषा आंदोलन के तत्वाधान में वीरांगना न्यायाग्रह यात्रा पहुंची , हुआ भव्य स्वागत



वेदव्यास त्रिपाठी

प्रतापगढ़।भारतीय भाषा आंदोलन के तत्वाधान में वीरांगना न्यायाग्रह यात्रा प्रतापगढ़ पहुंची यात्रा काशी से आरंभ होकर ग्वालियर तक जाएगी ।


यात्रा का प्रतापगढ़ में उच्च न्यायालय लखनऊ के वरिष्ठ अधिवक्ता और कार्यक्रम संयोजक सत्यांशु ओझा द्वारा भव्य स्वागत किया गया ।

यात्रा के नगर स्थित तुलसी सदन में पहुंचने पर वहां उपस्थित जन समुदाय ने भारत माता के जयकारे के साथ स्वागत किया।


यात्रा में राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण भारद्वाज, राष्ट्रीय महासचिव आशीष राय, महिला प्रमुख पूनम गौड़ सहित सैकड़ों की संख्या में मातृशक्ति और जन समुदाय उपस्थित रहा ।


इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण भारद्वाज ने कहा कि देश में सभी को अपनी मातृभाषा में न्याय मिलना चाहिए। 


इसके लिए भारतीय भाषा आंदोलन के माध्यम से अनुच्छेद 348 समाप्त करने की मांग की गई है ।जिससे स्थानीय भाषा में सभी को न्याय मिल सके भारतीय भाषा आंदोलन के माध्यम से यह मांग की गई है कि सर्वोच्च न्यायालय में सभी 22 भाषाओं में कार्य की अनुमति हो, देश के सभी उच्च न्यायालय में उस राज्य की राजभाषा में कार्य की अनुमति हो, सभी प्रदेशों के अधीनस्थ न्यायालयों में स्थानीय भाषा में कार्य की अनुमति हो ,सर्वोच्च न्यायालय, उच्च न्यायालय न्यायाधिकरण में उनके प्रशासनिक कार्यों को भी हिंदी और प्रादेशिक भाषाओं में किया जाए,विधि और न्याय से संबंधित शब्दावली प्रादेशिक भाषाओं में उपलब्ध हो, विधिक शिक्षा और प्रवेश परीक्षा का माध्यम हिंदी तथा प्रादेशिक भाषाओं में हो।


आज आवश्यकता है कि देश में जन-जन इस बात के लिए जागृत हो और यह मांग करें कि हमें हमारी भाषा में न्याय मिले भारतीय भाषा आंदोलन का गठन मई 2015 में हुआ था, तब से लगातार अनेक संगोष्ठी,यात्राओं के माध्यम से जन जागरण हो रहा है और बौद्धिक वर्ग का समर्थन प्राप्त हो रहा है ।


इसी क्रम में राष्ट्रीय महामंत्री आशीष राय ने कहा कि भारतीय भाषा आंदोलन को गति प्रदान करने की आवश्यकता है। यह जन-जन का आंदोलन बने,इसके लिए विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त हुआ है।


राष्ट्रीय महिला प्रमुख पूनम गौड़ ने कहा कि भारतीय भाषा आंदोलन का मुख्य उद्देश्य "जनता को न्याय जनता की भाषा में मिले" है, और इसके लिए देश के प्रबुद्ध समुदाय का समर्थन प्राप्त हो रहा है |


कार्यक्रम के आरंभ में कार्यक्रम के संयोजक उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सत्यांशु ओझा ने आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करने के साथ-साथ कार्यक्रम की पृष्ठभूमि के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि इस आंदोलन को जन जन तक पहुंचा कर अनुच्छेद 348 समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया जाएगा ।


इस अवसर पर उपस्थित सम्मानित अतिथियों का अंगवस्त्रम,रामचरितमानस के द्वारा संयोजक सत्यांसु ओझा द्वारा स्वागत किया गया।कार्यक्रम के अंत में अध्यक्षता कर रही नगर पालिका अध्यक्ष प्रेमलता सिंह ने इस आंदोलन को एक सार्थक कार्य बताते हुए हर संभव सहयोग करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख प्रभाशंकर पांडेय द्वारा किया गया| 


आभार विभाग संपर्क प्रमुख कार्तिकेय द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर सहसंयोजक सूर्यकांत निराला,राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह डॉ सौरभ पाण्डेय,शिशिर खरे,हरि प्रताप सिंह,डॉ अखिलेश पाण्डेय,डॉ पीयूष कांत शर्मा,बी के द्विवेदी,रमेश पटेल, रमाशंकर शुक्ल, शीतांशु ओझा, दिनेश सिंह दिन्नू,शरद केसरवानी ,मुरलीधर केशरवानी,पूर्णांशु ओझा, संजीव आहूजा ,दिनेश अग्रहरि, अजय पांडेय, अनिल तिवारी,प्रेम यादव, सत्य प्रकाश पांडेय, विनय सिंह, संतोष कुमार,अजय सिंह, विजय सिंह पटेल,पंकज तिवारी, प्रभात मिश्र, संजीत कुमार, विनोद कुमार, रमेश आदि उपस्थित रहे।

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