गौरव तिवारी
लालगंज, प्रतापगढ़। संदिग्ध परिस्थितियों मे करीब छः माह पूर्व हुई युवक की मौत को लेकर पुलिस कार्रवाई की शिथिलता से नाराज ग्रामीणों तथा परिजनों ने कोतवाली पहुंचकर नाराजगी जतायी।
गुरूवार को पूर्वान्ह बड़ी संख्या में कोतवाली के डीहमंेहदी से महिलाओं तथा ग्रामीणों का जत्था यहां आ धमका। ग्रामीणों व परिजनों मे इस बात की नाराजगी दिखी कि बीती तीन फरवरी को डीहमेंहदी निवासी पंडोही सरोज के पुत्र विजय सरोज की पेड़ से लटककर फांसी के फन्दे पर हुई मौत को लेकर कोतवाली पुलिस अभी तक आरोपियो के खिलाफ कार्रवाई नही कर सकी।
मृतक की विधवा अंजू देवी का कहना है कि पुलिस आरोपियो के घर भी आज तक नही गयी और न ही घटना को लेकर पूछताछ की।
आरोप है कि पुलिस इसके विपरीत मृतक के परिजनों को ही परेशान कर रही है। बतादें कि बीती तीन फरवरी को मृतक विजय सरोज सगरा सुंदरपुर से पैदल अपने घर के लिए निकला था।
रास्ते मे उसने परिजनों को फोन कर बताया था कि उसके पीछे कुछ लोग लगे हुए हैं। विजय घटना के दिन घर नहीं पहुंचा बल्कि दूसरे दिन चार फरवरी की सुबह गांव के बगल बाग मे उसका शव पेड से लटकता दिखा।
घटना को लेकर परिजनो की सूचना पर पुलिस ने पांच नामजद सहित अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
घटना को लेकर शुरूआत से ही पुलिस का क्लू आत्महत्या को लेकर ही बना हुआ देखा गया। मृतक अपने पीछे चार बेटियों राधिका 07 तथा आरिका 05 व आनिका 02 तथा एक माह की अंशिका को निराश्रित छोड गया है।
नाराज परिजनों व ग्रामीणों ने प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल से मिलकर घटना मे लीपापोती को लेकर नाराजगी जतायी।
हालांकि प्रभारी निरीक्षक ने परिजनों व ग्रामीणों को जल्द घटना की सच्चाई सामने लाये जाने का भरोसा दिलाते हुए शांत कराया।
परिजनों व ग्रामीणों ने काफी देर तक कोतवाली गेट पर भी जमा होकर अपने गुस्से का इजहार किया।
इधर पुलिस का यह भी कहना है कि बुधवार को मृतक के परिजनों से पडोस के कुछ लोगों में मामूली विवाद हुआ था। इसे लेकर लोगों मे नाराजगी पनप उठी।
पुलिस के समझाने बुझाने के बाद ग्रामीण व परिजन वापस घर चले गये।
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