आयुष मौर्य
धौरहरा-खीरी।धौरहरा क्षेत्र मे कोटेदारो के माध्यम से मिलने वाले राशन के वितरण में काफी समय पहले से विभागीय मिलीभगत के गरीबों का हक मारा जा रहा हैं।
उचित दर विक्रेता प्रति यूनिट 5 किलो अनाज की जगह 4 किलो का वितरण व 35 किलो की जगह 28 व 30 किलो राशन वितरण करने का सिलसिला अभी चल रहा है।
जबकि क्षेत्र में सैकड़ों पात्र परिवार ऐसे हैं जिनके राशन कार्ड अभी भी नहीं बने है ऐसे पात्र परिवार अपने राशन कार्ड बनवाने को अधिकारियों की चौखट पर दौड़ लगा रहे हैं।
इसके उलट अधिकारियों की मेहरबानी के चलते कोटेदार व ग्राम प्रधान अपना व परिवार का राशन कार्ड बनाकर गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं ।
ऐसे संवेदनशील मामले में पूर्ति निरीक्षक कोई स्पष्ट शासनादेश न होने की बात कह रहे हैं ।
तहसील क्षेत्र के ईसानगर ब्लाक के शेखपुर गांव में कोटेदार द्वारा अपने परिजनों के अन्त्योदय कार्ड बनाकर राशन लिया जा रहा है ।
वहीं कोटेदार ने अपनी मृतक दादी के कार्ड पर भी महीनों तक राशन निकाल लिया। इसी तरह धौरहरा ब्लाक के जहां दर्जनों परिवार अपने राशन कार्ड बनवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं।
वहीं केशवापुर कला की प्रधान शहरुन निशा पत्नी कमाल अहमद पात्र गृहस्थी में राशन कार्ड बनवाकर राशन ले रही हैं।
इसी प्रकार धौरहरा की ही ग्राम पंचायत बसंतापुर की प्रधान उर्मिला देवी ने अपना राशन कार्ड बनवाकर सरकार की महत्त्वपूर्ण योजना का लाभ ले रही हैं।
जबकि पात्र परिवार अपना राशन कार्ड बनवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।
" ग्राम प्रधान या उचित दर विक्रेता का राशन कार्ड नहीं बन सकता इस मामले में कोई स्पष्ट शासनादेश नहीं है । फिर भी जांच की जाएगी यदि प्रधान अपात्र हैं तो उनके राशन कार्ड निरस्त कर पात्रों के राशन कार्ड बनवाए जाएंगे।"
ललित पाठक पूर्ति निरीक्षक धौरहरा
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ