गोण्डा। दुबहा बाजार मे एक शिक्षा मित्र से समायोजित शिक्षक के पीठ पर लदी लाई की बोरी को देखकर रोंगटे खड़े हो गर्ये ।
उत्तर प्रदेश की शिक्षा वयवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गई है । जिले के प्राथमिक विद्यालय में पोस्ट शिक्षा मित्र पढ़ानेे के बजाए करवा चैथ क मौके पर लाई और चूरा बेचने पर मजबूर है। दुबहा गांव के निवासी शिक्षा मित्र से समायोजित शिक्षक अनिल कुमार गुप्ता के पीठ पर लदी लाई की बोरी दर्द बयां कर रही है।
सूबे के मुख्यमंत्री को का शिक्षामित्रो ने बिगाडा था जो सरकार बनते ही विद्यालय से सड़क पर आगये ।उत्तर प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकार मे शिक्षा मित्र से सहायक अध्यापक बनकर 40000ध्बेतन तक का सफर तय करने वाले शिक्षक की इतनी बदतर हालात हो जायेगी किसी को पता तक न रहा होगा। आज हर आदमी के जुबान पर सवाल है कि क्या सूबे के मुख्यमंत्री के सरकार में यही है अच्छे दिन है क्या इसी दिन के लिए शिक्षा मित्र बर्तमान सरकार को 100 प्रतिशत वोट देकर पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने मे सहयोग किये थे।
कटरा बाजार शिक्षा क्षेत्र के ग्राम दुबहा बाजार के अनिल कुमार गुप्ता शिक्षमित्र से समायोजित शिक्षक पद हेडमास्टर (ट्रेनिंग मास्टर)से दुबहा बाजार में लैया तथा चूरा बेचने तक का सफर पूरा करते नजर आ रहे है। और कह रहे है चूरा लाई जो 45 में है 35 ले जाओ जो 60 में है 45 में ले जाओ पैसा न हो तो फ्री ले जाओ लेकिन लेकिन भाइयो बहनो बुजर्गो से एक मेरा करबद्ध निबेदन है।भाजपा(कमल) को वोट मत दो भाजपा भगाओ उत्तर प्रदेश बचाओ।


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