सत्येन्द्र खरे
कौशाम्बी के बालू घाटो पर निर्धारित पट्टा की समय सीमा ख़त्म होने के बाद सभी मोरंग के घाट बंद हो गए है | घाटो के बंद होने के बाद भी लगातर प्रशासनिक अधिकारियों को अवैध खनन किये जाने की शिकायते प्रशासनिक अधिकारियों को मिल रही थी | जिस पर कार्यवाही करते हुए डीएम मनीष कुमार वर्मा और एसपी प्रदीप गुप्ता ने महेवाघाट के जमुनापुर व दलेलागंज बालू घाट का निरीक्षण किया। ये दोनों बालू घाट आठ नवम्बर से बंद हो चुके हैं। घाटों का जायजा लेने के बाद डीएम मनीष वर्मा ने सदर एसडीएम व कोतवाल महेवाघाट को हिदायत दी गई कि अब किसी भी कीमत पर बालू का खनन नहीं होना चाहिए। इसके अलावा अवैध तरीके से बालू डंप करने वालों की सूची देंने के साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
डीएम मनीष वर्मा की कार्यवाही से बालू कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है। आठ नवम्बर से यमुना नदी के सभी बालू घाटों से खनन बंद करा दिया गया था। ई-टेंडर की मियाद पूरी होते ही प्रशासन ने इस मामले में सख्ती दिखाई थी। हालांकि कारोबारियों ने प्रशासन को तगड़ा झटका देते हुए चार दिन पहले करोड़ों रुपये की अवैध तरीके से बालू डंप कर ली थी। इसके लिए प्रतिबंधित पनचक्की व जेसीबी का इस्तेमाल किया गया था। इसकी जानकारी होने पर डीएम मनीष वर्मा ने एसडीएम सदर विवेक चतुर्वेदी और महेवाघाट कोतवाल मो. हासिम को निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर अब बालू का खनन नहीं होना चाहिए। यदि हुआ तो उन्हें सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की जाएगी।


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