Type Here to Get Search Results !

Action Movies

Bottom Ad

देखिये :JNU के रिसर्च स्कालर मौलाना अदीब हसन बोले: 1857 और 1947 की जंगे आज़ादी में शामिल हुए मौलाना मदरसों ने दिये


खुर्शीद खान 
सुल्तानपुर (यूपी). शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के प्रसिडेंट वसीम रिजवी द्वारा मंगलवार को पीएम और सीएम को एक पत्र भेजकर मदरसों को आतंकी संगठन से फंडिंग की बात लिखते हुए करते हैं इन्हें खत्म करने की जरूरत बताया। उनके इस विवादित बयान पर अब चौतरफा हमला हो रहा है। इस क्रम में जेएनयू के रिसर्च स्कालर मौलाना अदीब हसन जैद्पूरी ने 
स्पष्ट शब्दों में कहा है के मदरसों के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले ज़रा पहले अपने गरेबान में झांकें। मदरसे वह अज़ीम तालीमी इदारे हैं जिन्होंने 1857 की जंगे आज़ादी में मुफ़्ती मोहम्मद अब्बास जैसा इन्सान दिया, जिसने ब्रिटिश की ग़ुलामी को कभी क़ुबूल नही किया। 
वीडियो 
जंगे आज़ादी में गांधी जी के साथ मौलाना अबुल कलाम आजाद और मौलाना हसरत मोहानी जैसे लोग साथ थे। 

मदरसे के पढे ये मौलाना इन यूनिवर्सिटीज़ में है प्रोफेसर

एक ख़ास बातचीत में मौलाना ने कहा के मदरसे की तालीम लेकर मौलाना प्रोफेसर बदरुल हसन जैसी शख्सियत निकली जिन्होंने बीएचयू में फ़ारसी शोबे को ज़ीनत बख्शी।  
मदरसों ने मोहम्मद ज़हीर और मुख्तार मोहसिन जैसे पीसीएस इस क़ौम को दिए।  
आज की तारीख में मदरसों की जलाई शमा की रोशनी की सूरत में लखनऊ यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर नय्यर जलालपुरी, जामिया मिल्लिया में अस्सिस्टेंट प्रोफेसर सय्यद कलीम असग़र, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में असग़र एजाज़ क़ायमी, हुसैनाबाद इण्टर कॉलेज में डॉ मिर्ज़ा शफ़ीक़ हुसैन शफ़क़, संभल कॉलेज में असग़र हैदरी साहब के अलावा न जाने कितने लोग इस मुल्क को रौशन कर रहे हैं। 
देखिय आगे क्या कहा 

मदरसे के स्टूडेंट इन यूनिवर्सिटी में रहे पढ़

उन्होंंने बताया के मदरसे के तालिबे इल्म दिल्ली यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू), जामिया मिल्लिया, ऐएमयू जामिया हमदर्द, मौलाना आज़ाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी हैदराबद, बीएचयू, हैदराबद सेंट्रल यूनिवर्सिटी, लखनऊ यूनिवर्सिटी, ख्वाजा मोइनुद्दीन यूनिवर्सिटी और भी कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज में आला तालीम हासिल कर रहे हैं और इन जगहों के कम्पटीशन को पार कर के देश की इन मशहूर यूनिवर्सिटीज में एडमिशन लिया है। 


मौलाना ने पूछा वसीम रिज़वी से सवाल: वक़्फ़ बोर्ड का सदर रहने के बाद उन्होंने क्या किया?

वसीम रिज़वी पर हमलावर होते हुए मौलाना ने कहा के जो लोग मदरसों को बदनाम करने की कोशिश करके अपनी गंदी ज़हनियत का सुबूत दे रहे हैं वह ज़रा यह तो बताएं कि इतने साल वक़्फ़ बोर्ड का सदर रहने के बाद उन्होंने क्या किया? 
जिन लोगों के खिलाफ 1 वक़्फ़ में उन्होंने के खुद करेप्शन माना उन्ही लोगों को दूसरी वक़्फ़ संपत्ति का मुतवल्ली बनाया। 

कुर्सी के लिये रहे कौम पर भौंक

मौलाना ने वसीम रिज़वी पर आरोप लगाते हुए कहा अपनी कुर्सी के लिए जिन्होंने कभी आज़म खान को अब्बा माना वो अब योगी जी के चरण स्पर्श कर रहे हैं और वो यह सोचते हैं कि इससे वह बीजेपी में अपनी जगह बना लेंगे। लेकिन आरएसएस बहुत अच्छी तरह जानती है कि जो आज कुर्सी के लिए अपनी क़ौम पर भौंक रहा है वह कल अपनी कुर्सी के लिए आरएसएस पर भी भौंकेगा जैसे सपा सरकार में करता था।
Tags

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Below Post Ad

Comedy Movies

5/vgrid/खबरे