अखिलेश्वर तिवारी
लगातार हो रहे तेंदुए के हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल
बलरामपुर । जनपद बलरामपुर के सीमावर्ती गांव में आए दिन तेंदुए के हमले में कभी बच्चे कभी बूढ़े कभी महिला तो कभी पुरुष घायल हो रहे हैं । कई लोगों की तो जान भी जा चुकी है । इसके बावजूद वन विभाग कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रहा है जिसके चलते भारत नेपाल सीमा से सटे हुए जंगल के किनारे बसे गांव के लोगों में दहशत का माहौल पनपता जा रहा है । लोग शाम होते ही घरों में कैद होने को मजबूर हो रहे हैं । आए दिन हो रहे तेंदुए के हमले के कारण रात तो रात दिन में भी लोग अकेले बाहर नहीं जा पा रहे हैं । विद्यालय जाने वाले बच्चों के लिए तो सबसे बड़ा खतरा उत्पन्न हो चुका है । ताजा मामला बीती रात का है जब घर के अंदर सो रहे दो बच्चों को तेंदुआ ने अपना निवाला बनाने की कोशिश की । लोगों की सतर्कता थे बच्चों की जान तो बच गई परंतु वह बुरी तरह जख्मी हो गए जिन्हें इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती कराया गया है । मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम व जिम्मेदार अधिकारी हमेशा की तरह जांच करने तथा लोगों को सचेत रहने की सलाह देकर चलते बने ।
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घायल ताहिरा |
जानकारी के अनुसार थाना हरैया क्षेत्र के बनकटवा वन रेंज के गांव सहजना में बीती रात प्रभुनाथ का 6 वर्षीय लड़का सत्यप्रकाश सो रहा था तभी तेंदुए ने हमला कर दिया । परिजनों ने दौड़कर बच्चे को तेंदुए के पकड़ से छुड़ा लिया परंतु तब तक उसका दाहिना हाथ बुरी तरह जख्मी हो चुका था । वहां से असफल होने के बाद तेंदुआ उसी गांव के आशिक अली के घर में धावा बोल दिया और उनकी 12 वर्षीय पुत्री ताहिरा को अपना निशाना बनाया । ताहिरा भी तेंदुए के हमले में बुरी तरह जख्मी हो गई । गांव वालों की सजगता से बच्चों की जान तो बच गई परंतु लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है । मौके पर पहुंचे वनरक्षक जमील अहमद व रेन्जर तिलकराम आर्य ने लोगों को सजग रहने की सलाह देकर कार्यवाही की बात कहते हुए वापस चले गए । वन विभाग की लापरवाही पूर्ण रवैया के कारण लोगों में लगातार आक्रोश बढ़ता जा रहा है । स्थानीय लोगों की मांग है कि बन क्षेत्र से लगे हुए गांव के किनारे कोई स्थाई व्यवस्था कराई जाए ताकि वन्य जीव आबादी की ओर न आने पाएं ।
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