राम जानकी व हनुमान की मूर्ति हुई चोरी
सैकड़ों वर्ष पुरानी है अष्टधातु की मूर्तियां
अखिलेश्वर तिवारी
बलरामपुर । जनपद बलरामपुर में लगातार हो रही लूट व चोरी की घटनाओं के बाद लोगों के अंदर दहशत का माहौल व्याप्त होता जा रहा है । पुलिस के तमाम प्रयास के बावजूद घटनाओं पर लगाम नहीं लग पा रहा है । ताजा मामला कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम गिधरैंया से जुड़ा है जहां पर बीती रात एक प्राचीन राम जानकी मंदिर में सैकड़ों वर्ष पहले स्थापित अष्टधातु की बेशकीमती तीन मूर्तियां चोरी हो गई । पुजारी की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है ।
![]() |
पुजारी बाबा सहज राम |
रामजानकी मंदिर के पुजारी बाबा सहज राम ने बताया कि उनके गांव गिधरैंया में सैकड़ों वर्ष पुराना भगवान राम जानकी मंदिर विद्यमान है । पिछले 40 वर्षों से उन्हें भगवान राम सीता लक्ष्मण तथा महाबली हनुमान की सेवा करने का शुभ अवसर प्राप्त हो रहा था । मंदिर की पूजा आरती करना वह अपना दायित्व समझते थे । सोमवार की रात मंदिर के पास में ही एक जयसवाल परिवार के यहां विवाह की रस्म अदायगी चल रही थी जिसमें गांव के अधिकांश लोग व्यस्त थे । इसी बीच अज्ञात चोरों ने मंदिर के बाहर लगा सटर का ताला तोड़कर मंदिर के अंदर स्थापित बेशकीमती अष्टधातु की तीन मूर्तियां जिसमें भगवान राम, माता सीता तथा हनुमान जी की मूर्ति शामिल थी उठा ले गए । लक्ष्मण जी की मूर्ति चोर नहीं ले जा सके । उन्होंने बताया कि रात में ही मूर्ति चोरी की सूचना उनके लड़के ने फोन पर उन्हें दी उस समय वह शादी समारोह के कार्यक्रम में व्यस्त थे । सूचना मिलते ही डायल हंड्रेड पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद मौके पर डायल हंड्रेड के साथ-साथ कोतवाल देहात संजय कुमार भी पहुंचे । भोर होते होते सीओ सदर मनोज कुमार यादव भी मौके पर पहुंचकर पूरे स्थिति का जायजा लिया । सीओ सदर मनोज यादव का कहना है कि मंदिर के पुजारी बाबा सहज राम की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है तथा मामले की छानबीन की जा रही है । चोरी गई मूर्तियों की कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बताई जा रही है ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ