◆ अत्याचार के विरुद्ध उ.प्र. मा0शिसं0 संयुक्त शिक्षा निदेशक से मिला, दी आंदोलन की चेतावनी
आलोक बर्नवाल
सन्तकबीरनगर। शुक्रवार को प्रधानाचार्यों के ऊपर हो रहे अत्याचार के विरोध में उ.प्र.माध्यमिक शिक्षक संघ का प्रतिनिधि मंडल संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी से मिला। मण्डलीय मंत्री/जिलाध्यक्ष संजय द्विवेदी बताया कि आर्थिक भ्रष्टाचार में लिप्त कई प्रबन्धक विद्यालय संचालन में कठिनाई उत्पन्न कर रहें हैं। नियमों को दरकिनार कर कई प्रधानाचार्यों को जबरन पदच्युत कर दिया गया है, जिसे किसी भी दशा में बर्दास्त नही किया जा सकता है। अत्याचार करने वाले प्रबन्धकों के विरुद्ध इंटरमीडिएट एजुकेशन एक्ट के तहत कार्रवाई की जाय, अन्यथा विवश होकर संघ आंदोलन के लिये बाध्य होगा। उन्होंने बताया कि इंटरमीडिएट एजुकेशन एक्ट के मुताबिक कोई भी प्रबन्धक प्रधानाचार्य को जिला विद्यालय निरीक्षक के अनुमति के बिना हटा नही सकतें है, फिर भी कई प्रबन्धकों ने मनमानी की सारी हदें पार कर दी हैं। झूठा आरोप लगाकर किसान इंटर कालेज पचपोखरी के प्रबंधक ने प्रधानाचार्य राजेश्वर प्रसाद को पद छोड़ देने का आदेश दिया है, और कहा है कि अपना चार्ज तीसरे नंबर के कनिष्ठ शिक्षक सलाहुद्दीन को दे दें। श्री सीता राम इंटर कालेज सिरसी के प्रबंधक ने वित्तीय अनियमितता का फर्जी आरोप लगाकर प्रधानाचार्य महेश राम से जबरन इस्तीफा लिखवा लिया है, जिसकी शिकायत उच्चाधिकारियों को की गई है। प्रकरण की जांच कराई जा रही है। न्यायालय के आदेश पर पदारूढ़ हीरालाल रामनिवास इंटर कालेज के प्रधानाचार्य उदयभान सिंह को भी परेशान किया जा रहा है। उनके विरुद्ध प्रायोजित फर्जी शिकायतें कराकर जांच के बहाने पद से हटाने का षड्यंत्र किया जा रहा। प्रह्लाद राय बालिका इंटर कालेज के प्रधानाचार्या अरुंधति ने अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाई और कोतवाली में मुकदमा कराया तो उन्हें भी जबरन पद से हटा दिया गया। उमरिया इंटर कालेज के प्रधानाचार्य जय चन्द्र यादव को भी प्रबन्धक द्वारा परेशान किया जा रहा है। राष्ट्रीय इंटर कालेज बेलहर के प्रबंधक द्वारा भी मनमानी किये जाने की निरन्तर शिकायत प्राप्त हो रही है। इस दौरान मार्कण्डेय सिंह, राम पूजन सिंह, राम चन्दरर यादव, मोहिबुल्लाह खान, गिरिजानंद यादव, गोपाल जी सिंह, राम नारायण पांडेय, प्रधानाचार्य राजेश्वर प्रसाद, महेश राम, उदयभान सिंह, अरुंधति, जय चन्द्र यादव सहित अन्य मौजूद रहे।
पूर्वानुमोदन के बिना की गई सभी कार्रवाई शून्य - संयुक्त शिक्षा निदेशक
संयुक्त शिक्षा निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी ने जिला विद्यालय निरीक्षक को निर्देश दिया है कि जनपद के समस्त प्रबन्ध तंत्र को उ.प्र. माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड नियमावली के अध्याय 4 के धारा 21 के अनुपालन किये जाने के निर्देश दिए जाय। जिसमें कहा गया है कि प्रबन्ध तन्त्र (बोर्ड) के पूर्वानुमोदन के सिवाय किसी अध्यापक को पदच्युत नही करेगा, न सेवा से हटाएगा, न सेवा से हटाने का कोई नोटिस देगा, पंक्तीच्युत करेगा, न उसकी परिलब्धियां में कोई कमी करेगा, न ही किसी अवधि के लिये उसकी वेतन वृद्धि रोकेगा, और ऐसे पूर्वानुमोदन के बिना किया गया ऐसा कोई भी कार्य शून्य होगा।
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