●सूर्या में ग्रीष्मावकाश के बाद शुरु हुआ कक्षाओं का संचलन
● 1 जुलाई से शुरु होंगी प्लेवे से पांचवीं तक की कक्षाओं में शिक्षण
संतकबीरनगर। शिक्षा में कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं है। मानव की उन्नति का एकमात्र साधन शिक्षा है। इसलिए इसके प्रति गंभीर होने की आवश्यकता है। छात्र छात्राएं कड़ी मेहनत करके ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से जागरुक रहें।
यह बातें सूर्या इण्टरनेशनल एकेडमी के निदेशक डॉ उदय प्रताप चतुर्वेदी ने ग्रीष्मावकाश के बाद कक्षा संचालन के प्रथम दिन उपस्थित छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहीं। इस दौरान प्रबन्ध निदेशक श्रीमती सविता चतुर्वेदी ने कहा कि छात्र छात्राओं को अध्ययन में बेहतर मार्गदर्शन के लिए संस्थान योग्य शिक्षकों को नियुक्त करता है। छात्र छात्राएं समय सारिणी के अनुसार नियमित उपस्थित होकर अध्ययन करें। शिक्षक अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी तन्मयता से करते हैं। इसलिए छात्रों का दायित्व भी है कि वे मेहनत से पढ़े। प्रधानाचार्य रविनेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्लेवे से लेकर पांचवीं तक की कक्षाएं 1 जुलाई तथा 11 वीं की कक्षाएं 5 जुलाई से प्रारम्भ होंगी। इससे पूर्व मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करके शिक्षण की शुरुआत हुई। इस दौरान छात्र छात्राओं ने मनोयोग से पढ़ने की शपथ ली। साथ ही साथ भारत निर्माण में अपने बेहतर योगदान देने का संकल्प भी लिया।
इस दौरान उपप्रधानाचार्य रविनेश श्रीवास्तव, वरिष्ठ शिक्षक अजय शुक्ला, अशोक चौबे, अवधेश चतुर्वेदी, तपस्या रानी सिंह के साथ ही अन्य शिक्षक – शिक्षिकाएं मौजूद रहे।
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