वासुदेव यादव
अयाेध्या । धर्मनगरी अयाेध्या के रामकाेट माेहल्ले में स्थित प्राचीनतम पीठ रामकचहरी चारों धाम मन्दिर के संस्थापक महन्त स्वामी अम्बर दास महाराज काे पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस माैके पर मंगलवार काे रामनगरी के संत-धर्माचार्याें ने पूर्वाचार्य महन्त काे याद करते हुए उनके कृतित्व-व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
मन्दिर के महन्त शशिकान्त दास महाराज ने कहाकि स्वामी अम्बर दास महाराज सिद्ध महापुरूष थे। सिद्धता की बदाैलत उन्हें अवध के नवाब सिराजुद्दाैला से ५१ एकड़ भूमि दान में मिली। पूर्वाचार्य महन्त ने अपने अन्तिम समय में शरीर नही छाेड़ा। बल्कि वह अन्तर्ध्यान हाे गए। अन्त में महन्त मनीष दास व महन्त बैजू दास ने आए हुए संत-महंताें का स्वागत-सम्मान किया।
इस माैके पर विशाल भण्डारे का आयाेजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में सन्तो-महंतो और भक्तगणाें ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से दिगम्बर अखाड़ा के महन्त सुरेश दास, जगद्गुरू स्वामी रामदिनेशाचार्य, जगन्नाथ मंदिर के महन्त राघव दास, बड़ाभक्तमाल मन्दिर के महन्त अवधेश दास, महन्त अवधकिशाेर शरण, महन्त रामलाेचन शरण, चाैबुर्जी मन्दिर महन्त बृजमाेहन दास, महन्त रामकुमार दास, महन्त अर्जुन दास, महन्त रामलखन शरण गहाेई, महन्त हनुमान दास, राघवेश दास वेदान्ती, राष्ट्रीय कथा प्रवक्ता चन्द्रांशु, स्वामी छविराम दास, नागा रामलखन दास, पार्षद पुजारी रमेश दास, महन्त विनाेद दास आदि उपस्थित रहे।