अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्र
पूर्व कमिश्नर बने कार्यक्रम के मुख्य यजमान
बलरामपुर ।। जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय स्थित आर्य समाज मंदिर परिसर में श्रावणी पर्व का शुभारंभ शुक्रवार शाम को किया गया । पर्व का शुभारंभ मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा तथा सेवानिवृत्त कमिश्नर उत्सव आनंद मिश्र ने मुख्य यजमान के रूप में यज्ञ करके किया । आयोजकों द्वारा दोनों अतिथियों का माल्यार्पण व प्रशस्ति पत्र तथा अंग वस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया ।
जानकारी के अनुसार शिखा सूत्र अर्थात चोटी और जनेऊ धारण करने का वैदिक पर्व है श्रावणी पर्व (रक्षाबंधन)जो सृष्टि के आदिकाल से चला आ रहा है । मुगल काल में मुगलों से अपनी रक्षा के लिए बहनों ने भाइयों की कलाई पर रक्षा बांधना आरंभ किया तब से यह भाई बहन के बीच अटूट बंधन का पवित्र त्यौहार भी बना । हमारे पूर्वज अपनी गर्दन कटवा दिए लेकिन अपनी पहचान चोटी जनेऊ नहीं कटने दिए और आज हम स्वयं नाई की दुकान पर जाकर अपनी चोटी कटवा रहे हैं और जनेऊ धारण करने में शर्माते हैं अर्थात अपनी पहचान स्वयं समाप्त कर रहे हैं ।
यह बातें श्रावणी पर्व पर आर्य समाज मंदिर में अंबेडकर नगर से आए हुए भजन उपदेशक डॉ बिधान चंद्र त्रिपाठी ने बताया । मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा तथा मुख्य यजमान पूर्व कमिश्नर उत्सव आनंद मिश्र के साथ उपस्थित सभी लोगों ने वेद मंत्रों के साथ आहुतियां देकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया । यज्ञ के बाद भजन उपदेशक ओम जपो मेरे भाई ,ओम जपो मेरी बहना तथा कौन कहे तेरी महिमा, कौन कहे तेरी माया भजन सुना कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया । इसके बाद आर्य वीर दल परिमंडल संचालक अशोक आर्य ने दुनिया वालो देव दयानंद हमें जगाने आया था ऋषि गीत सुनाया । इसके बाद सामूहिक जनेऊ धारण किया गया और पूर्वजों के समान चोटी भी रखने का व्रत लिया गया ।
आर्यवीर दल के उप परिमंडल संचालक सत्य प्रकाश शुक्ल ने दैनिक यज्ञ का व्रत लेने वाले अखिलेश्वर तिवारी को हवन कुंड सहित संपूर्ण यज्ञ पात्र भेंट कर सम्मानित किया । आर्य समाज के प्रधान संजय तिवारी ने मुख्य अतिथि एवं मुख्य यजमान को उनके सादगी तथा कर्तव्यनिष्ठा के लिए प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया । कार्यक्रम के अंत में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को श्रद्धांजलि अर्पित की गई । राधेश्याम मिश्र एडवोकेट ने सभा का संचालन किया। कार्यक्रम के दौरान आर्य वीर दल के मण्डल (जिला)अध्यक्ष डॉ तुलसीश दुबे, हरीकान्त तिवारी, उमानंद, मदन गोपाल शास्त्री, सेतुबंधु त्रिपाठी, बलदेव प्रसाद शर्मा, आशीष, सुशील आर्य सहित तमाम लोग उपस्थित रहे ।
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