पुलिस अधीक्षक की चौखट पर न्याय की आस में फरियाद लेकर पहुंची पीड़िता
ब्यूरो रिपोर्ट
गोण्डा। डॉक्टर चाहे निजी हो या सरकारी, उन्हें भगवान का रूप माना जाता है, लेकिन जब वही हैवान बन जाए, तब उसे क्या कहेंगे? ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसने इस पेशे को कलंकित करने वाले एक निजी चिकित्सक को कटघरे में खड़ा कर दिया है। आरोप है कि इलाज कराने आई नगर कोतवाली क्षेत्र की एक महिला से उसने जबरन रेप किया और उसे जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गया। पीड़िता का आरोप है कि जब वह पुलिस के पास गयी तो पहले उसकी तहरीर तक नहीं ली गई। जब बड़े अधिकारियों से बात करने की धमकी दी तब मनमाफिक तहरीर लिखाई गयी और आरोपी को चौकी पर पकड़कर लाया गया लेकिन बाद में छोड़ दिया गया और पुलिस ने रेप की घटना को ही सिरे से खारिज करते हुए कहा कि छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया जा सकता है।
कोतवाली नगर क्षेत्र के एक गांव की निवासिनी महिला पुलिस अधीक्षक आर.के. नय्यर से मिली और उन्हें प्रार्थना पत्र दिया जिसमें उसने कहा है कि अंचित चक्रवर्ती मोतीगंज थाना क्षेत्र के कहोबा चौराहे पर दवा की दुकान करता है और डॉक्टर है। वह तथा उसका बच्चा जब भी बीमार होते थे तब वह इसे से इलाज कराती थी क्योंकि इसकी दवा से फायदा हो जाता था। पीड़िता का कहना है कि 24 अगस्त को उसकी तबीयत खराब थी। इस पर वह अंचित चक्रवर्ती की दुकान पर अपना इलाज कराने के लिए अपने बच्चे के साथ गयी। उस दिन उसका पति साथ में नहीं आया था। आरोप है कि जब वह इलाज कराकर शाम करीब साढ़े छह बजे अपने घर जाने लगी तो कहोबा चौराहे के पास डॉक्टर ने आकर उसका हाथ पकड़ लिया और उसे झाड़ी में घसीटकर ले गया। इतना ही नहीं, पीड़िता का आरोप है कि डॉक्टर ने उसके बच्चे को अलग फेंक दिया और उसके साथ जबरन रेप किया। जब वह मौका पाकर चिल्लाई तो मोतीगंज थाना क्षेत्र के हड़हवा गांव निवासी राजेश वर्मा तथा तमाम राहगीर दौड़े। इस पर वह जान से मार देने की धमकी देते हुए भाग गया। महिला का आरोप है कि वह अपनी फरियाद लेकर कहोबा चौकी पर गयी, जहां पुलिस द्वारा तहरीर लेने में हीलाहवाली की गई। बड़े अधिकारियों से बात करने की धमकी देने पर पुलिस द्वारा अपने मनमाफिक तहरीर लिखाई गयी और आरोपी डॉक्टर को पकड़कर चौकी पर लाने के बाद उसे छोड़ दिया गया तथा थानाध्यक्ष को भी गुमराह करते हुए गलत रिपोर्ट दी गई, जिससे पीड़िता को न्याय नहीं मिल सका।
स्थानीय स्तर से न्याय न मिलने के बाद पीड़ित महिला ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर न्याय की गुहार लगायी है। उन्होंने इस प्रकरण में मोतीगंज पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। इस सम्बंध में कहोबा चौकी प्रभारी सोम प्रताप सिंह ने बताया कि महिला द्वारा लगाया जा रहा रेप का आरोप निराधार है। उसके साथ रेप की घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह स्वीकार किया कि घटना के सम्बंध में तहरीर मिली थी जिसके आधार पर आरोपी को पकड़कर चौकी पर लाया गया था। पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था।
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