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झुग्गी झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर है गरीब विधवा, जिम्मेदार बेखबर


 ■ जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी नहीं ले रहे हैं सुधि
बनारसी चौधरी
बेलहर, सन्तकबीरनगर।एक तरफ सरकार जहां हर पात्र परिवार को प्रधानमंत्री आवास, शौचालय, उज्ज्वला योजना आदि की लाभ को प्रारंभ किया गया है। जिससे हर गरीब के सपने को इन योजनाओं के द्वारा पूर्ण लिया का सके। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी के लापरवाही के वजह से आज अभी अनेको परिवार सरकार की जनकल्याण कारी योजनाओं से कोशो दूर है। इसीकड़ी में आज एक महिला खरपाती देवी पत्नी स्व0 दुखी का मामला प्रकाश में आया है। जिसके पति की 3 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। लेकिन कोई भी जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी अभी तक इस विधवा महिला की सुधि नहीं लिया है। जिससे अभाव में जिंदगी काटने को विवश है।

ताजा मामला विकासखंड बेलहरकलां की विधवा महिला खरपाती देवी का है जो आवास की तलाश में दर दर भटक रही है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी के कानों तक आवाज ही नहीं पहुँच रही है या अनदेखी से परेशान है यह विधवा महिला। इस बाबत विधवा खरपाती देवी का कहना है कि मेरे पास छान छप्पर के अलावा रहने के लिए कोई भी मकान नहीं है जोकि वर्तमान में बेहद ही खराब है और बरसात के दिनों में किसी तरह राह कर गुजर बसर करते हैं। इस बरसात के समय में पानी के टपकने से स्थित और ही खराब हो जाती है। शासन प्रशासन को हम लोगों को एक प्रधानमंत्री आवास को देने के लिए कोई भी अधिकारी या कर्मचारी के आगे नही आया है। 65वर्षीय विधवा खरपाती देवी ने बताया कि मेरे पति दुखी प्रसाद 3 वर्ष पूर्व देहांत हो गया। उसके पश्चात मेरे पास मात्र मेरी लड़की राधिका देवी उम्र 50बर्ष  किसी तरह मेहनत मजदूरी कर कर के मेरा एवं अपने बच्चे का भरण पोषण करती है। दो वक्त की रोटी के लिए दिन-रात मजदूरी करके एक करती है तब जाकर एक वक्त की रोटी नसीब होती हैं।
वही इस बाबत राधिका देवी
का कहना है कि मेरे पास मात्र दो बच्चे हैं बड़ी लड़की का नाम वंदना उम्र 18 वर्ष एवं पुत्र सोनू उम्र 15 वर्ष किसी तरह अपने बच्चे को मेहनत मजदूरी कर कर के पढ़ा लिखा रहे हैं। इधर लड़की शादी करने योग्य हो चुकी हैं। लेकिन मेरी बूढ़ी मां हमेशा चिंता में पड़ी रहती है की मेरी नतिनी बंदना पुत्री राम किशुन की शादी कैसे होगी। वही राधिका देवी का कहना है कि मेरा मेरे पति से तलाक हो गया है। मेहनत मजदूरी करके दो वक्त खाने का नसीब होती है। इस दुखद  घड़ी में 8 वर्ष पहलें राधिका देवी के पति तलाक भी दे चुके हैं। जिसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी एवं कर्मचारी प्रधानमंत्री आवास के लिए दर दर भटक रही है।

इस सम्बन्ध में खन्ड बिकास अधिकारी महावीर सिंह से पूछे जाने पर उन्होंने बताया की इसकी जॉंच करा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

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