ब्यूरो चीफ अनीता गुलेरिया
दिल्ली: द्वारका से सटे इलाके दीनपुर मुनिरका कुंज के रहने वाले विजयपाल नाम के किसान की जमीन को धोखे से कुछ लोगों ने अपनी दबंगई दिखाकर पूरी फसल को तबाह करते हुए खेतों पर जबरन कब्जा कर लिया । पीड़ित बुजुर्ग-किसान ने मीडिया-समक्ष बताते हुए कहा, वह कई सालों से अपनी जमीन पर फसल-उगाई करते आ रहे है, बिना कोर्ट-नोटिस के पुलिस-फोर्स द्वारा अचानक मेरे खेतों पर कब्जा और जान से मारने की धमकी देने के चलते मै इस समय बुरी तरह से खौफ में हूं,मुझे राह चलते अनजान लोगों द्वारा धमकियां मिलना निरन्तर जारी है,मेरे साथ कभी भी कुछ भी हो सकता है,मुझे पुलिस संरक्षण चाहिए । किसान-हितैषी झूठे दावे पेश करती दिल्ली व केंद्र-सरकार मे से किसी ने भी पीड़ित-किसान की समस्या पर उसे राहत देना तो दूर,झूठा-आश्वासन देना भी मुनासिब नही समझा ।
देश के महानायक-अन्नदाता के साथ इस तरह का दोहरा-मापदंड आखिर क्यों ? अब देखना यह है,खुद को किसान-हितैषी बताने वाली सरकारे इस बुजुर्ग किसान के साथ हुए घोर अन्याय,अपना पेट भरने को मोहताज,इस समय अपनी आजीविका से वंचित,हम सब के लिए अन्न-पैदा करने वाले इस पीड़ित-बुजुर्ग के जबरन छीने गए खेतों वापस दिलाने के लिए दबंगों पर सख्ती से कार्रवाई करते हुए,सही मायने मे किसान-संरक्षण प्रदान कर पाएगी ? या किसान-संरक्षण का यह दावा अन्य दावो की तरह हमेशा खोखला ही साबित होगा ?
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