अखिलेश्वर तिवारी
मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद भी नहीं हो रही कार्यवाई
बलरामपुर।। जनपद बलरामपुर में मुख्यमंत्री के उस आदेश का कोई असर नहीं दिख रहा है जिसमें उन्होंने पशु आश्रय गृहों का निर्माण करके लावारिस घूम रहे जानवरों को संरक्षित करने का निर्देश जारी किया था । जनपद में एक ओर जहां आवारा घूम रहे पशु किसानों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर झुंड के झुंड सड़कों पर बैठे मवेशी बड़ी बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं । राष्ट्रीय राजमार्ग हो या फिर लिंक मार्ग, सभी जगह आवारा पशुओं के झुंड शाम होते ही दिखने लगती है । कई बार तो बड़ी-बड़ी गाड़ियां इन्हें बचाने के चक्कर में पलट भी जा रही हैं । सबसे बड़ा खतरा आने वाले दिनों में होने वाला है, जब घने कोहरे के कारण सामने कम दिखाई देगा । उस समय यही लावारिस पशु बड़ी दुर्घटनाओं का कारण बनेंगे ।यदि समय रहते कोई कार्यवाही नहीं की गई तो लोगों को और कठिनाई का सामना करना पड़ेगा । आज हम बात कर रहे हैं बौद्ध परिपथ राष्ट्रीय राजमार्ग 730 की, जिस पर चलने से हर 2 से 3 किलोमीटर के बाद लावारिस पशुओं के झुंड सड़कों पर बैठे दिखाई देंगे । स्थानीय लोगों तथा राहगीरों का कहना है कि इन मवेशियों के कारण रास्ता चलना मुश्किल हो रहा है । लोगों द्वारा मांग भी की जा रही है कि शासन के निर्देशानुसार पशु आश्रय गृहों में इन सभी लावारिस घूम रहे पशुओं को पकड़ कर संरक्षित किया जाना चाहिए ।
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