अनिता गुलेरिया ।
दिल्ली :शनिवार दिल्ली में सबसे ज्यादा सर्दी होने के बावजूद एम्स फ्री-जेनेरिक फार्मासिस्ट वीरेंद्र सिंह,विजय कुमार और स्टाफ ने महरौली प्रोगेसिव ट्रस्ट फॉर द ब्लाइंड एसोसिएशन के दिव्यांग-दृष्टिबाधितो संग नव-वर्ष स्वागम अनुष्ठान हेतु केक काटकर सब दृष्टिबाधितो को जूते व गर्म मौजे भेंट करते हुए सबका आगामी-वर्ष के लिए अभिनंदन-व्यक्त किया, दृष्टिबाधित-विक्की ने अपनी मधुर आवाज में हम होंगे कामयाब गीत सुनाकर सबको मंत्र-मुग्ध कर दिया और आजाद नाम के दृष्टिबाधित-छात्र ने सांस्कृतिक-शिव पुराण श्लोक सुनाकर सबको हैरतअंगेज किया । एम्स-फार्मासिस्ट वीरेंद्र कुमार ने मीडिया समक्ष बताते हुए कहा,इस बार कड़ाके की ठंड और ट्रस्ट में ज्यादातर यूनिवर्सिटी-छात्रों के पास जूते के कमी होने के कारण,इस बार इनको जूते भेट किए ।
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए महरौली के इस पार्क में इन दिव्यांग-दृष्टिबाधित भाइयों के साथ मिलकर पौधारोपण भी किया,आज इन लोगों के साथ पौधारोपण करके मुझको अलग ही तरह की गौरवान्वित खुशी का एहसास हो रहा है,उसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता,इनसे वार्तालाप करके मुझे ऐसा लगता है,आंखें ना होते हुए भी यह अपनी मन की आंखों से बहुत ही अच्छा व सुंदर देखते हैं,नव-वर्ष पर समस्त देश को बधाई देते हुए उन्होने देशवासियों को अहम अपील करते हुए कहा, हम अपने सहयोगी-कदमो को बढाते हुए पंगु,बेचारा,असहाय शब्दों से उच्चारण ना करते हुए,इनको निर्बल से सबल बनाकर राष्ट्र-हित कार्य में बराबर का सहयोग देने हेतु बनाएं । शरीर में एक अंग की कमी होने से कोई भी इन्सान विकलांग नहीं हो जाता विकलांगता कोई अभिशाप नहीं है,यह हर किसी इंसान को किसी भी उम्र में,कभी भी हो सकती है । वहां इकट्ठे हुए दृष्टिबाधित जनों से उनकी स्वास्थ्य संबंधित जानकारी लेते हुए उन्होंने सभी छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा,बाहरी शारीरिक-विकलांगता को अपनी अंदरूनी-शक्ति पर कभी भी हावी मत होने दीजिए । समाज मे दोबारा फिर से अपील करते हुए कहा,अपने हर काम के प्रति लगन,निष्ठाभाव,ईमानदार-छवि लिए अपने इन साथियों के लिए आइए हम सब इनका सहयोगी बनकर इनको हर स्थिति से मजबूत बनाते हुए,इन्हे अपना सार्थक जीवन यापन करने हेतु बनाएं,यह हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं । मुख्य-अंग के बिना देश का विकास मुमकिन ही नहीं,नामुमकिन है । प्रोगेसिव ट्रस्ट फॉर द ब्लाइंड एसोसिएशन चेयरमैन देवेंद्र कुमार व प्रमोद कुमार ने कहा यदि हमें सरकार मौका दे, तो हम उसके द्वारा दिए दिव्यांग नाम को सार्थक कर के दिखा सकते हैं,संपूर्ण देश को नए साल की बधाई देते हुए अपने दृष्टिबाधित छात्रों की छात्रवृत्ति-संरक्षण हेतु दिल्ली व केंद्र सरकार से सम्पूर्ण सहयोग अपील की ।
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