शुक्रवार को मुंबई से प्रतापगढ़ नहीं आई कोई ट्रेन: रेल प्रशासन
मुंबई के प्राइवेट जांच केंद्र की रिपोर्ट लिये था मरीज
शिवेश शुक्ला
प्रतापगढ़। शुक्रवार को जिला अस्पताल पहुंच कर खुद को कोरोना पॉजीटिव बताने वाला मरीज मुंबई से आया देख हड़कंप मच गया। उसने बताया कि वह सुबह मुंबई से प्रतापगढ़ ट्रेन से आया है। जबकि इस
डेट में मुंबई से प्रतापगढ़ कोई ट्रेन नहीं आई है। रेल प्रशासन की ट्रेनों की सूची में भी मुंबई से आई ट्रेन का ज़िक्र भी नहीं है। फिर वह किस ट्रेन से आया, आया भी कि नहीं, कहां उतरा, अस्पताल तक कैसे पहुंचा, इस दौरान किन किन के संपर्क में आया....! ये ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब मिलना बाकी है। लोग चिंतित है। प्रतीत होता है कि मरीज कुछ छिपाने की कोशिश कर रहा है। मुंबई से यहां तक के सफर के दौरान उसने कई लोगों को जानबूझकर कर कोरोना के संक्रमण का खतरा देने का अपराध किया है। लोग इस पर चर्चा कर रहे हैं। शुक्रवार को सुबह कन्हई इलाके का एक व्यक्ति जिला अस्पताल पहुंचा। अपने को कोरोना पॉजिटिव बताया और भर्ती होने की बात इमरजेंसी के डॉक्टर से कही। पुष्टि के लिए उसने मेडिकल रिपोर्ट दिखाई जो मुंबई के एक पैथोलॉजी की थी। मरीज के अचानक पहुंचने से अस्पताल में हड़कंप मच गया। अस्पताल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मरीज के पास कोरोना पॉजीटिव की रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट मुंबई की है। पता चला है कि वह वहां के माटुंगा इलाके से आया है। रिपोर्ट तीन दिन पहले की है। मुंबई से बिना रोकटोक के उसका इस तरह से लोगो के बीच से होकर अचानक से अस्पताल पहुंचने से लोगों के मन में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे है। जहां तक ट्रेन से आने की बात है उसको रेल प्रशासन नकार रहा है। डिप्टी एसएस का कहना है कि शुक्रवार को सुबह मुंबई से ट्रेन के प्रतापगढ़ आने की सूचना नहीं है। सूरत से दो ट्रेन रात को आई थी। दूसरा सवाल अगर उसकी रिपोर्ट पॉजीटिव थी तो उसने जहां रह रहा था, वहाँ के प्रशासन को क्यों नहीं बताया। क्वरंटॉइन होने के बजाय चोरी से प्रतापगढ़ आने की क्या जरूरत पड़ गई थी। ऐसा करके उसने खुद के साथ साथ कई लोगों के जीवन को खतरे में डालने का काम किया है। इस बारे में जिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर पीपी पांडेय ने बताया कि मरीज कोरोना पॉजिटिव है। उसके पास जांच रिपोर्ट थी। गायघाट स्थित मेडिकल सेंटर में भेज दिया गया है।
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