अखिलेश्वर तिवारी
शहीदों की मजारों पर लगेंगे हर बरस मेले।
वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशा होगा।।
देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाने वाले अमर शहीद राजेंद्र लाहिड़ी के पुण्यतिथि अवसर पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई अमर शहीद राजेंद्र लहरी को गोंडा जिला कारागार में फांसी दी गई थी बलरामपुर से आर्य वीर दल का एक प्रतिनिधिमंडल गोंडा जिला कारागार पहुंचकर वैदिक हवन करने के उपरांत उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में बलरामपुर सदर विधानसभा सीट से विधायक परशुराम भी शामिल थे ।
आर्य समाज के देवीपाटन मंडल संयोजक आर्य अशोक तिवारी ने बताया कि महर्षि दयानंद द्वारा लिखित अमर ग्रंथ सत्यार्थ प्रकाश पढ़कर देश को आजाद कराने के लिए फांसी पर चढ़ने वाले काकोरी घटना के आर्य वीरों में से राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को 17 दिसंबर 1927 को गोंडा जेल में फांसी हुई थी। इसके साथ ही पं. राम प्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर जेल, पहलवान रोशन सिंह को नैनी जेल तथा अशफाक उल्ला खान को फैजाबाद जेल में फांसी दी गई थी । यह सभी आर्यवीर थे तथा महर्षि दयानंद से प्रेरणा लेकर आजादी की लड़ाई में कूदे थे । उन्होंने कहा कि कांग्रेस इतिहासकार पट्टाभि सीतारमैया ने लिखा है कि देश की आजादी के लिए फांसी पर चढ़ने वालों में 85% आर्य समाजी थे । लोकसभा अध्यक्ष अनंतशयनम आयांग ने लोकसभा में कहा था कि यदि महात्मा गांधी राष्ट्रपिता है तो महर्षि दयानंद राष्ट्रपितामह हैं। उन्होंने बताया कि ओम भवन पर गुरुवार प्रात काल हवन के बाद संचालक के नेतृत्व में अरुण शुक्ला एड. ,अंशुमान आर्य, रूप रानी शर्मा तथा सुनीता मिश्रा आर्यवीर - वीरांगना दल का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल गोंडा जिला कारागार में पहुंच कर फांसी स्थल पर आयोजित हवन में भाग लिया। हवन के बाद लहड़ी जी को फांसी स्थल पर ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया । जेल में आयोजित हवन के पुरोहित हरदोई के वैदिक विद्वान पं. विमल कुमार द्विवेदी, मुख्य यजमान गोंडा जनपद के प्रधान न्यायाधीश तथा विशिष्ट यजमान गोंडा के जिलाधिकारी रहे। इसके अतिरिक्त जिला प्रशासन के कई प्रशासनिक अधिकारी तथा बलरामपुर सदर विधायक पलटू राम भी उपस्थित रहे। गोंडा से लौट कर प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक बलरामपुर हेमंत कुटियाल को वैदिक साहित्य तथा अभिनंदन पत्र भेंट करके सम्मानित किया।
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