वासुदेव यादव
अयोध्या। फैजाबाद नगर कोतवाली क्षेत्र में 14 अक्टूबर की रात को हुई देवकाली चौकी स्थित कोरखाना नील गोदाम के पास युवक मंजीत यादव की हत्याकांड का अयोध्या पुलिस ने आज खुलासा कर दिया है।
पकड़े गए अभियुक्तों की निशानदेही पर हत्याकांड के प्रयोग में लाया गया पिस्टल, कारतूस व घटना में असलहा मय कारतूस 6 वाहन बरामद कर लिया है।
जिसमें 14 आरोपित में से 4 गिरफ्तार किए गए हैं। अभी 10 आरोपी फरार बताए जा रहे है। इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी शैलेश पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि मंजीत यादव हत्याकांड के पटाक्षेप में लगी नगर कोतवाली पुलिस व स्वाट टीम ने संयुक्त अभियान चलाकर आरोपी की तलाश कर रही थी।
हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताय कि देवकाली ओवरब्रिज के पास से गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस की संयुक्त टीम ने मंजीत यादव की हत्या में शामिल 4 आरोपी सुधाकर सिंह, दिवाकर सिंह, उपेंद्र सिंह व रितेश सिंह को देवकाली ओवरब्रिज के पास से गिरफ्तारकर लिया है।
एसएसपी ने बताया कि मृतक मंजीत यादव की दो बच्चियां भी घायल हुई थी। गिरफ्तार किये गए तीन आरोपी अयोध्या के कनीगंज अयोध्या व एक थाना महाराजगंज के देवगढ़ के रहने वाला हैं।पकड़े गए आरोपियों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है।
इस अवसर पर एएसपी पलाश बंसल व कोतवाल नगर सुरेश पांडेय आदि मौजूद रहे। बता दे कि हमले के समय मंजीत यादव अपने घर के बाहर बैठकर जागरण सुन रहे थे
कोरखाना नील गोदाम के पास दुर्गा पूजा पंडाल में देवी जागरण का कार्यक्रम था। मंजीत यादव अपने घर के बाहर बैठकर जागरण सुन रहे थे। तभी तीन बाइकों पर सवार होकर चार बदमाश मौके पर पहुंचे और मंजीत पर फायरिंग करना शुरूकर दिया। गोली लगने से मंजीत घायल हो गया। उसे बचाने के लिए बेटियां भी दौड़ीं तो बदमाशों ने उन्हें भी निशाना बनाया।
तीनों को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां मंजीत को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि उनकी दोनों बेटियों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया है। घटनास्थल से पुलिस ने बदमाशों की तीन बाइक भी बरामद की थी। इस वारदात के खुलासे के लिए 12 टीमों का गठन किया गया था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की तफ्तीश की।
इस घटना का दुर्गा पूजा से कोई संबंध नहीं: डीजी स्पेशल लखनऊ जोन एसएन साबत ने बताया कि इस घटना का दुर्गा पूजा से कोई संबंध नहीं है। मंजीत यादव घर के बाहर बैठा हुआ था। घटना स्थल के पास दुर्गा पूजा का पंडाल है। वारदात के पीछे पुरानी रंजिश की बात सामने आ रही है। मंजीत का कुछ लोगों से विवाद की भी सूचना मिली है। मौके से 5 गाड़ियां मिली हैं। 20 से अधिक बदमाशों की संख्या हो सकती है। पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है। हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ चल रही है।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ