अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय सहित तीनों तहसील मुख्यालय व सभी शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में शारदीय नवरात्र के अवसर पर स्थापित की गई मां दुर्गा की प्रतिमा को दशहरा के दिन शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से नजदीकी नदियों में विसर्जित किया गया । विसर्जन के दौरान कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं प्राप्त हुई है ।
जानकारी के अनुसार जिले भर में पारंपरिक तरीके से शारदीय नवरात्र के अवसर पर दुर्गा पूजा समितियों द्वारा मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना विधि विधान के साथ कराई गई थी ।
दुर्गा पूजा पंडालों में लगातार 8 दिनों तक पूजन अर्चन के उपरांत नौवें दिन 15 अक्टूबर को अधिकांश मूर्तियों को नजदीकी नदियों में विसर्जित कर दिया गया।
कोविड 19 नियमों के अनुपालन हेतु दुर्गा पूजा तथा मूर्ति विसर्जन के लिए जिला प्रशासन तथा पुलिस प्रशासन द्वारा कड़े गाइडलाइन जारी किए गए थे ।
विसर्जन मे लंबे जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया था । एक जगह एकत्रित होकर एक साथ कई मूर्तियों को ले जाने पर रोक लगा दी गई थी, जिसके कारण अलग-अलग दुर्गापूजा पंडालों में स्थापित मूर्तियों को एक-एक करके नदियों का भेजा गया ।
माता के जयकारों के साथ श्रद्धालु मां दुर्गा की मूर्तियों को विसर्जन के लिए नदियों तक ले गए तथा नदियों पर आरती धूप करने के उपरांत प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया । विसर्जन स्थल से लेकर पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे ।
कहीं भी किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो इसके लिए जिला अधिकारी श्रीमती श्रुती, व पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल लगातार मानिटरिंग कर रहे थे । अपर पुलिस अधीक्षक अरविंद मिश्र के अलावा तीनों तहसीलों के उप जिलाधिकारी व पुलिस उपाधीक्षक लगातार व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे थे । यही कारण है कि पूरे जिले में बिना किसी अवरोध के शांतिपर्वक दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन संपन्न हुआ ।
जिलाधिकारी श्रुति तथा पुलिस अधीक्षक हेमंत कुटियाल ने दुर्गा पूजा तथा मूर्ति विसर्जन कार्यक्रम को सकुशल संपन्न कराने के लिए व्यवस्थाओं में लगे समस्त सुरक्षाकर्मियों तथा प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ दुर्गा पूजा समितियों के पदाधिकारियों व सदस्यों तथा जनपद के नागरिकों को बधाई दी है ।
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