एस के शुक्ला
प्रतापगढ़। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासत शहीद स्थल कहला व नमक शायर में पर्यटन विकास की दृष्टि से पर्यटन विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण कार्य स्वीकृत किया गया है।
क्षेत्रीय विधायक धीरज ओझा के प्रस्ताव पर रानीगंज विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत उपेक्षित पड़े भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी ऐतिहासिक विरासत कहला के सौंदर्यीकरण हेतु पर्यटन विभाग द्वारा कुल 35.50 लाख रुपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति के साथ 17.50 लाख रुपये प्रथम किश्त के रूप में जारी हुआ है।
यह जानकारी विधायक रानीगंज के मीडिया प्रभारी ललित तिवारी ने देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ की प्रेरणा एवं क्षेत्रीय विधायक अभय कुमार उर्फ धीरज ओझा के अथक प्रयास से जनपद के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत अवस्थित भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी महत्वपूर्ण ऐतिहासिक विरासत शहीद स्थल कहला व नमक शायर में पर्यटन विकास की दृष्टि से पर्यटन विभाग द्वारा सौंदर्यीकरण कार्य स्वीकृत किया गया है।
श्री तिवारी ने बताया कि इसी तरह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान चन्द्र शेखर आजाद, भगत सिंह एवं अन्य अमर क्रांतिकारियों की शरण स्थली रहे नमक शायर के सौंदर्यीकरण कार्य हेतु विधायक धीरज ओझा के ही प्रस्ताव पर पर्यटन विभाग द्वारा राज्य योजनान्तर्गत 21.77 लाख की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति के साथ 5 लाख रुपये प्रथम किश्त के रूप में स्वीकृत किया गया है।
शहीद स्थल कहला एवं नमक शायर के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्यों की स्वीकृति मिलने पर क्षेत्रीय विधायक धीरज ओझा ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं पर्यटन मंत्री डॉ नीलकंठ तिवारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि पूर्व की सरकारो एवं जन प्रतिनिधियों के उपेक्षात्मक रवैए के चलते स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी इन ऐतिहासिक विरासतों का चमुचित विकास नही हो सका किंतु विधायक निर्वाचित होने के पश्चात उन्होंने मुख्यमंत्री योगी द्वारा प्रदेश भर में धार्मिक, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासतों का किये जा रहे सौन्दर्यीकरण कार्यो से प्रेरणा लेते हुए रानीगंज क्षेत्र के समस्त धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों एवं धरोहरों को सजाने का निश्चय करते हुए कहला, नमक शायर व गांधी चबूतरा दांदूपुर के सौंदर्यीकरण कार्य का प्रस्ताव मुख्यमंत्री व पर्यटन मंत्री को दिया था।
कहला,नमक शायर व गांधी चबूतरा दांदूपुर का सौंदर्यीकरण होने से जनपद में भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी इन ऐतिहासिक धरोहरों की धुंधली होती स्मृतियां हमारी आने वाली पीढ़ियों में पुनः जीवंत हो सकेंगी।
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