एसके शुक्ला
प्रतापगढ़। पांडवकालीन ऐतिहासिक भयहरणनाथ धाम पर क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान भयहरणनाथ के आजादी के 75 वर्ष अमृत महोत्सव पर केंद्रित वार्षिक अधिवेशन आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला महामंत्री एवं अमृत महोत्सव आयोजन समिति के सदस्य राजेश कुमार मिश्र ने माँ भारती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। इसके उपरांत प्रयागराज से आये कवि डॉ पीयूष द्वारा अमृत महोत्सव गीत को स्वर दिया गया।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ विनोद त्रिपाठी ने स्वाधीनता के राष्ट्रीय आन्दोलन में जनपद प्रतापगढ़ के योगदान को रेखांकित किया। गंगा समग्र के जिला संयोजक प्रभात मिश्र ने जीवन मे जल और नदियों के महत्व का उल्लेख किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष राजेश मिश्र ने अमृत महोत्सव के उद्देश्य की चर्चा करते हुए बताया कि अपने देश का एक गौरवशाली इतिहास है जिसे हम भूल रहे हैं साथ ही यह भी कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के आंदोलन में लाखों लोगों ने कुर्बानी दी लेकिन हम कुछ ही लोगो को जानते हैं।
इसी तरह जनपद प्रतापगढ़ में भी सैकड़ों लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लिया और जेल गए लेकिन लोग उन्हें नही जानते। अमृत महोत्सव का मुख्य उद्देश्य ऐसे क्रान्तिकारियो की पहचान कर उन्हें उचित सम्मान दिलाना है।
अमृत महोत्सव के माध्यम से जन-जन तक पहुच कर लोगो में राष्ट्र भाव का जागरण करना है। संस्थान के महासचिव डॉ समाज शेखर ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के जनपद के अप्रतिम योद्धा बाबू गुलाब सिंह के इतिहास से परिचित कराते हुए कहा कि हर नागरिक का पहला उद्देश्य राष्ट्र के प्रति समर्पण होना चाहिये।
इस अवसर पर प्रयागराज से आयी कवयित्री श्रीमती रेनू मिश्रा एवं उपासना मिश्रा ने राष्ट्रवादी कविताओं का पाठ किया। भयहरणनाथ धाम संस्थान के प्रबंध समिति के राजकिशोर मिश्र, अमर बहादुर सिंह, लालजी सिंह, आलोक बैरागी सहित अनेक पदाधिकारी एवं क्षेत्रीय नागरिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन भारतमाता की आरती से हुआ। संस्थान के महासचिव एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ समाज शेखर ने सभी अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम का संचालन प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष राजकुमार शुक्ल ने किया।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ