आलोक कुमार बर्नवाल
संतकबीरनगर: हर साल 10 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस या विश्व में रहने वाले हर नागरिक के अधिकार दिवस को मनाया जाता है।
दरअसल 1948 में संयुक्त राष्ट्र सामान्य महासभा द्वारा मानव अधिकारों को अपनाने की घोषणा की गई थी, मानवाधिकार दिवस को मनाने का उद्देश्य है कि विश्व के सभी लोग सुरक्षित महसूस कर सकें और भेदभाव खत्म करके स्वतंत्रतापूर्ण जीवन जी सके, मानवाधिकार में स्वास्थ्य, आर्थिक सामाजिक व शिक्षा का अधिकार भी शामिल है।
इसी क्रम में राष्ट्रीय मानव अधिकार सेवा ट्रस्ट के द्वारा खलीलाबाद के एक स्थानीय होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि सदर एसडीएम नवीन श्रीवास्तव रहे।
इस दौरान ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने मुख्य अतिथि को वस्त्र और बुक देकर स्वागत किया गया किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एसडीएम सदर नवीन श्रीवास्तव और ट्रस्ट के पदाधिकारियों के द्वारा केक काटा गया।
कार्यक्रम में मानव अधिकार से जुड़ी तमाम बातों को एक दूसरे के बीच साझा किया गया। मुख्य अतिथि एसडीएम सदर नवीन श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि मानव अधिकार दिवस मानव के लिए बेहद जरूरी है और इस पर निरंतर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन होना एक बेहद अच्छा कार्य है इसके साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में तमाम बातों को रखा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महिला प्रदेश संगठन सचिव तबस्सुम खातून ने कहा कि महिलाओं को अपने हक के बारे में जानना बेहद जरूरी है खासकर इस समाज में महिलाओं को अधिकतर प्रताड़ित किया जाता है और प्रशासन की तरफ से भी सहयोग बहुत ही कम मिलता है ।
उन्होंने कहा कि निरंतर हम महिलाओं के बीच जाकर जन जागरूकता कार्यक्रम चला रहे हैं और अधिक से अधिक महिलाओं को जोड़कर उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का कार्य करेंगे ।
जिससे महिलाओं को अपना हक और उन्हें न्याय मिल सके। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष सैय्यद मो. अशरफ ने कहा कि स्वतंत्र देश में न्याय मिलना अभी भी मुश्किल हो गया है।
इसलिए मानव को मानव अधिकार के बारे में जानना बेहद जरूरी है इसलिए निरंतर हम लोग जागरूक कर रहे हैं।
बैठक में महिला बस्ती मंडल अध्यक्ष मीनू सिंह, महिला प्रदेश संगठन सचिव तबस्सुम खातून, जिलाध्यक्ष सैय्यद मो.अशरफ समेत बड़ी संख्या में जिला और मंडल कमेटी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।
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