रजनीश/ज्ञान प्रकाश
करनैलगंज(गोंडा)। बदलते मौसम में लोगों को स्वस्थ शरीर के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।
आयुष चिकित्सक डॉ.पूरनचंद मिश्र ने कहा कि अब लोगों को सतर्क रहकर शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है।
इसके लिये रसोंई घर में उपलब्ध दालचीनी, कालीमिर्च, सोंठ या अदरक के साथ गिलोय व गुड़ का काढ़ा सुबह शाम व दिन में एक बार सेवन करने के साथ ही हल्दी वाला दूध पीना चाहिये।
इसका सेवन करने से शरीर में रोग रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, जिससे हर बीमारी से बचाव हो सकता है।
इसके अलावा आयुर्वेदिक दवाओं का सेवन करके शरीर की इम्युनिटी बढाकर रोग की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
जिसमे च्यवनप्राश दूध के साथ सेवन करें, अश्वगंधा चूर्ण 3 से 5 ग्राम दूध में मिलाकर सेवन करने व अणु तेल एक एक बूंद नाक में डालकर बीमारी की चपेट में आने से बचा जा सकता है।
मौसम जनित बीमारी के संक्रमण के लक्षण दिखने पर गर्म पानी का ही सेवन करें। पानी मे अजवाइन डालकर उसे गर्म करके सुबह शाम भाप लें।
सूखी खांसी आने पर मधुयष्ठी चूर्ण चूसने के साथ सितोपलादि चूर्ण मधु के साथ सेवन करें। बुखार आने पर गोदन्ती भष्म 250 मिलीग्राम, संजीवनी बटी दो गोली, त्रिभुवन कीर्तिरस दो गोली, सनसमनी बटी 4 गोली सुबह शाम लेने से बुखार से निजात मिलेगी।
साथ प्राणायाम, कपालभाती, अनुलोम विलोम करने से त्वरित आराम मिलेगा।
उन्होंने बताया की ठंडा पानी व ठंढा पेय पदार्थ पीने से समस्या बढ़ सकती है।
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