गौरव तिवारी
प्रतापगढ़:रेलवे सुरक्षा बल लखनऊ क्राइम ब्रांच की टीम को शुक्रवार को बड़ी कामयाबी मिली हैं।
उसने रेलवे संपत्ति चोरी करने वाले एक बड़े गैंग को पकड़ा है। जिसमे गैंग का सरगना और उसके दर्जन भर साथी शामिल हैं।
इनके पास से चोरी किये गये सामानों का बड़ा जखीरा पुलिस को मिला है। जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख आंकी गई है। सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी है। आरपीएफ क्राइम ब्रांच के कार्य की सराहना हो रही है।
कोतवाली नगर के मीरा भवन और काशीराम कालोनी में दबिश देकर रेलवे संपत्ति की चोरी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है।
जिसमें गिरोह के सरगना समेत छः सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। जिसमें एक कबाड़ी भी शामिल है। निशानदेही पर पुलिस टीम ने चोरी की गई रेलवे संपत्तियों का जखीरा बरामद किया है।
जिसमें 37 बैटरी और 19 रेलवे लाइन के टुकड़े,काफी मात्रा में फिश प्लेट,पिंडाल्फक्लिफ समेत और कई सारी चीजें शामिल हैं।गैंग के दो साथी फरार हैं।
उनकी तलाश जारी है।पकड़े गये सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। इस खुलासे के बारे में आरपीएफ का कोई भी अधिकारी बोलने को तैयार नहीं हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 24 मार्च को कर्षण वितरण(टीआरडी) एसएसई उपकेंद्र का ताला तोड़कर करीब 37 बैटरी चोरी की गई थी।
एसएसई अवदेश ने तत्काल इसकी सूचना आरपीएफ को दी। घटना से हड़कंप मच गया। घटना बड़ी थी। खुलासे का जिम्मा आरपीएफ के अधिकारियों ने क्राइम ब्रान्च लखनऊ के तेज तर्रार इंस्पेक्टर यशवंत सिंह को सौंपा।
अधिकारियों के निर्देश पर टीम लेकर यशवंत प्रतापगढ़ पहुंचे। मुखबिर की सटीक सूचना पर उन्होंने इंस्पेक्टर सीपी मिश्रा के साथ शुक्रवार को मीरा भवन के निकट राजाराम पांडेय के घर के सामने कबाड़ी की दुकान पर छापा मारा।
यहां से चोरी की दो बैटरी मिली। कबाड़ी वीरेंद्र कुमार को हिरासत में ले लिया। उसकी निशानदेही पर टीम ने काशीराम मुर्गी फार्म में छापा डाला और अरविंद कुमार के क्वार्टर में रखी चोरी की करीब 35 बैटरी के साथ चोरी की गई अन्य रेलवे संपत्ति का जखीरा पुलिस को मिला।
जिसे देखकर आरपीएफ हैरान रह गई।उसी कमरे में गैंग का तीसरा साथी उदयराज सरोज चोरी के सामान को टेम्पो से ढोने वाला चालक चौथा चोर पिंटू रानीगंज और फेरी करने वाले पांचवे सुभाष और छठे चोर रमेश को भी पकड़ लिया गया।
बताया जाता है कि भंगवा गांव का उदयराज सरोज गैंग का सरगना है। इसकी गैंग में गांव के लालजी और गन्ने भी शामिल हैं।जिनको पुलिस तलाश रही है। कबाड़ी वीरेंद्र कुमार पूर्वी सहोदरपुर का रहने वाला है।
पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल लिया है। खास बात यह है कि बैटरी के अलावा बरामद रेलवे संपत्तियां 15 से 20 दिन में चोरी हुई हैं। रखवालों को चोरों की आहट तक नहीं लग पाई है।
मजे की बात यह है कि पुलिस ने 24 घंटे के भीतर ही घटना का खुलासा किया। माल समेत आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो गई।
कार्यवाई में क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर यशवंत सिंह, इंस्पेक्टर सीपी मिश्रा, उपनिरीक्षक मंजीत डबास, सिपाही उमेश समेत कई पुलिस कर्मी शामिल थे।
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