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मण्डलायुक्त प्रयागराज ने कान्हा गोशाला, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानधाता, पाइप पेयजल योजना गोपालापुर का किया निरीक्षण

वेद व्यास त्रिपाठी

प्रतापगढ़। मण्डलायुक्त प्रयागराज संजय गोयल ने आज जिलाधिकारी डा0 नितिन बंसल, संयुक्त विकास आयुक्त मदन वर्मा, मुख्य विकास अधिकारी ईशा प्रिया के साथ कान्हा गोशाला रंजीतपुर चिलबिला, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानधाता एवं पाइप पेयजल योजना गोपालापुर का निरीक्षण किया।


कान्हा गोशाला रंजीतपुर चिलबिला के निरीक्षण के दौरान मण्डलायुक्त प्रयागराज ने वहां पर कार्यरत गोपालकों से गायों को दिये जाने वाले हरे चारे, भूसा एवं पेयजल की व्यवस्था की जानकारी ली।

आयुक्त ने स्वयं गायों के खाने के स्थल का निरीक्षण किया तथा निर्देशित किया कि गायों के हरे चारे की स्थायी व्यवस्था की जाये ताकि उनका पर्याप्त पोषण हो सके। 


उन्होने कहा कि यदि गोशाला में पर्याप्त स्थान नही है तो हरे चारे के लिये किसानों से अनुबन्ध कर हरे चारे की आपूर्ति की व्यवस्था की जाये। 


उन्होने स्वावलम्बी व्यवस्था बनाने हेतु अधिशासी अधिकारी नगर पालिका को निर्देशित किया तथा समाज के प्रबुद्ध वर्गो को गोशाला की व्यवस्था में सहभागी बनाने का निर्देश दिया। 


उन्होने गोशाला की समिति बनाकर उसका रजिस्ट्रेशन कराने का सुझाव दिया ताकि कोई भी व्यक्ति गोसेवा हेतु दान दे सके। 


आयुक्त ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गोशाला में रह रहे जानवारों की ग्रेडिंग करने का निर्देश दिया। उन्होने कमजोर एवं दुधारू पशुओं को विशेष खान-पान व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। 


आयुक्त ने अधिशासी अधिकारी को गोशाला में वर्मी कम्पोस्ट बनवाने एवं गोबर गैस प्लान्ट अविलम्ब चालू कराकर गोमूत्र एवं गोबर का व्यवसायिक उपयोग करने का निर्देश दिया ताकि गोशाला की आय बढ़ायी जा सके जिससे गोशाला को मॉडल गोशाला के रूप में निर्मित किया जा सके। 


आयुक्त ने मुख्य विकास अधिकारी से अपेक्षा करते हुये कहा कि स्थानीय स्तर पर गोशाला को कैसे बेहतर एवं जनोपयोगी बनाया जाये इसके लिये विभिन्न विभागों से समन्वय कर योजना क्रियान्वित की जाये। 


इस दौरान अधिशासी अधिकारी द्वारा बताया गया कि कान्हा गोशाला का निर्माण नगर विकास विभाग द्वारा रूपये 1 करोड़ 65 लाख की लागत से कराया गया है जिसमें भूसा गोदाम, 02 पशु शेड, पम्पिंग सेट एवं गोबर गैस प्लान्ट बनाया गया है। 


इस गोशाला में 106 नर व 94 मादा गोवंश संरक्षित है। गोशाला के लिये उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एन0सी0 वर्मा एवं नगर पालिका की ओर से प्रभारी मिथलेश सिंह द्वारा सभी व्यवस्थायें सुनिश्चित की जाती है। 


आयुक्त ने निर्देशित किया कि गोवंश के संरक्षण में कोई भी लापरवाही न बरती जाये तथा शहर में यदि अभी भी गोवंश घूमते हुये पाये जाये तो उन्हें गोशाला में संरक्षित किया जाये। 


पाइप पेयजल योजना गोपालापुर के निरीक्षण में अधिशासी अभियन्ता जल निगम द्वारा बताया गया कि परियोजना की लागत 163.63 लाख रूपये है तथा दिनांक 23.09.2020 से कार्य आरम्भ हुआ है जिसे 30.04.2022 तक पूर्ण कर लिया जाना है। 


इस परियोजना में एक पानी की टंकी, पम्पहाउस, नलकूप एवं 8.276 किमी0 पाइप लाइन बिछाया जाना है। इसके अन्तर्गत 188 घरों में कनेक्शन दिया जाना है। 


इससे 02 राजस्व ग्राम क्रमशः गोपालापुर एवं परशुरामपुर के निवासियों को पेयजल सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। आयुक्त ने पम्पिंग प्लान्ट चलवाकर देखा, पेम्पिंग सेट सोलर पम्प द्वारा संचालित किया जायेगा। 


आयुक्त ने ग्राम प्रधान रामपूजन पटेल से ग्रामीणों के पेयजल समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रधान द्वारा बताया गया कि गांव में लगभग 200 हैण्डपम्प पूर्व में ही लगे हुये है। आयुक्त ने हैण्डपम्प के रहते हुये इस पाइप पेयजल योजना की आवश्यकता के बारे में पूछा तो ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव में पेयजल समिति बना ली गयी है अभी मात्र 40 कनेक्शन ही दिये गये है। 


आयुक्त ने अधिशासी अभियन्ता को निर्देशित किया कि सरकार द्वारा लगभग पौने दो करोड़ रूपये खर्च कर यह परियोजना आम जनता के लिये गांव में लगायी जा रही है। 


परियोजना पूर्ण होने पर ग्राम पंचायत को सौप दी जायेगी जिसके रख-रखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होगी। उन्होने ग्राम प्रधान से अपेक्षा करते हुये कहा कि ग्रामीणों में कनेक्शन लेने के प्रति जागरूकता पैदा करें ताकि इस पेयजल परियोजना का उद्देश्य पूरा हो सके। 


प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र मानधाता के निरीक्षण में मण्डलायुक्त प्रयागराज ने लेबर रूम, जननी सुरक्षा वार्ड, पैथालॉजी, डाट्स सेन्टर, कोल्ड चेन रूम को देखा। 


पैथालॉजी के निरीक्षण के दौरान आयुक्त ए0एन0सी0 रजिस्टर, मलेरिया क्लीकि रजिस्टर, लैब रजिस्टर की गहनता से जांच की। लैब टेक्नीशियन धनेश्वर चौहान द्वारा बायो एनालाइजर द्वारा की जा रही जांच के सम्बन्ध में अवगत कराया गया। 


उन्होने लैब टेक्नीशियन द्वारा बनाये गये रिकार्ड को देखा तथा पीठ थपथपाकर उसके कार्यो की सराहना की। डाट्स सेन्टर के निरीक्षण के दौरान ट्रीटमेन्ट सुपरवाइजर वसीम खान द्वारा टीवी मरीजों के ईलाज के सम्बन्ध में सन्तोषजनक जानकारी देने एवं समुचित फालोअप न किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की तथा मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि टीवी नियंत्रण जैसे कार्यक्रम में कर्मचारियों द्वारा की गयी लापरवाही से मरीजों का बहुत नुकसान होता है। 


उन्होने वसीम खान के कार्यो का परीक्षण कर उनसे स्पष्टीकरण प्राप्त कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने का निर्देश दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि जनपद में टीवी नियंत्रण हेतु आवश्यक है कि डाट्स से जुड़े हुये सभी कर्मियों के समुचित दायित्व की निरन्तर मानीटरिंग की जाये ताकि टीवी मरीजों को बेहतर उपचार प्राप्त हो सके। 


आयुक्त ने आयुष्मान कार्ड बनाये जाने के सम्बन्ध में आयुष्मान मित्र से जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में आने वाले सभी राजस्व ग्राम में अभियान चलाकर प्रत्येक परिवार का आयुष्मान कार्ड बनाया जाये। 


उन्होने कोल्ड चेन रूम का निरीक्षण कर उसमें रखी हुये वैक्सीन का निरीक्षण किया एवं टेम्प्रेचर बनाये रखने हेतु बिजली की उपलब्धता न रहने पर जनरेटर संचालित कर प्रत्येक दशा में प्रोटोकॉल के अनुसार टेम्प्रेचर बनाये रखने का निर्देश दिया। 


पी0एच0सी0 पर बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण के सम्बन्ध में प्रभारी चिकित्साधिकारी अभिषेक सिंह द्वारा बताया गया कि बायो वेस्ट के निस्तारण हेतु प्रयागराज की एक फर्म द्वारा यहां से बायो वेस्ट उठाया जाता है तथा फर्म द्वारा उसका निस्तारण किया जाता है।

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