पं श्याम त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा) सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शनिवार को मुख्यमंत्री अरोग्य मेले का आयोजन किया गया था।
जिसका उद्घाटन भाजपा विधायक और सूबे के पूर्व समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री के द्वारा किया गया।
उद्घाटन के कुछ देर बाद ही मुख्य अतिथि के जाते ही मेले में लगे सभी स्टालों पर सन्नाटा पसर गया।
सभी स्टालों पर मौजूद जिम्मेदार जहां नदारद दिखे वहीं पंजीकरण स्टाल पर तीमारदार पंजीकरण कराने के बाद इधर-उधर बैठ कर डाक्टरों का इंतजार करते नजर आये।
क्षेत्र के परसहना गांव की सुमन ने बताया कि वह अपने बच्चे के इलाज के लिए सुबह ही आई थी।
कर्मचारियों के द्वारा पहले तो उद्घाटन तक रुकने की बात कही गई लेकिन उद्घाटन के बाद स्टालों से जिम्मेदार और डाक्टर नदारद दिखने से मायूस लौट गई।
इसी तरह ईस्माइलपुर गांव की रहने वाली राधा बच्चे के ईलाज के लिए आई थी। अशोकपुर गांव की शांति आंख के ईलाज के लिए मेले में आई थी।
नवाबगंज निवासी अजय टाइफाइड की जांच और लौव्वाबीरपुर के अलगटवा पुर मजरे के सियाराम तिवारी मुंह के छाले के ईलाज के लिए आये थे लेकिन डाक्टरों और जिम्मेदारों के नदारद होने से दर्जनों मरीजों को बैरंग वापस लौटना पड़ा।
इस संबंध में जब अधीक्षक विनियेश त्रिपाठी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि की धूप ज़्यादा होने के कारण सभी जिम्मेदार कमरों में बैठकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन कर रहे हैं।
कुल मिलाकर अरोग्य मेला मरीजों के लिए सफेद हाथी का दांत साबित हुआ जहां से दर्जनों मरीज बिना किसी लाभ के बैरंग वापस लौटना पड़ा।