अखिलेश्वर तिवारी/वेद मिश्र
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय तुलसी पार्क स्थित सिंह होम्योपैथिक क्लीनिक पर सोमवार को होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक सौमुयन हैनीमन की 267 वी जयंती पर सिंह होम्योपैथिक क्लीनिक तुलसी पार्क मे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ।
जानकारी के अनुसार 11 अप्रैल को जिला मुख्यालय के तुलसी पार्क स्थित सिंह होम्योपैथिक क्लीनिक पर आयोजित जयंती कार्यक्रम में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के जनक डॉक्टर सौमुयन हैनीमन के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया ।
कार्यक्रम में बतौर मुख्यय अतिथि प्राचार्य डॉ जे पी तिवारी ने डा0 सौमुयन हैनीमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डॉक्टर हैनीमेन का पूरा नाम डॉक्टर फैडिरिक सैमुयन हैनिमेन था।
इनका जन्म 10 अप्रैल 1755 को जर्मनी के शहर मायसन में हुआ था।
इनके पिता चीनी मिट्टी के बर्तन मे नक्खासी करके अपने परिवार का भरण पोषण करते थे। हैनिमन बचपन से ही पढ़ने में बड़े तेज थे।
उन्होंने अपने परिश्रम से मात्र 24 वर्ष की उम्र में ही एमडी की डिग्री हासिल करके सरकारी अस्पताल में सर्जन की जिम्मेदारी निभाना शुरू किया ।
डॉक्टर हैनिमैन एक ऐसी चिकित्सा पद्धति की खोज करना चाहते थे जो हानिरहित व पीड़ा रहित हो। उन्होंने 1996 ईवी में विश्व की एक ऐसी चिकित्सा पद्धति की खोज की जो प्राकृति पर आधारित थी।
उस चिकित्सा पद्धति को होम्योपैथिक नाम दिया गया। होम्योपैथिक शब्द ग्रीक शब्द के होमोयेस से किया गया है। जिसमें होम्येस सामान एवं पैथिय जिसका अर्थ सर्फण (पीज) से बना है।
जिसका अर्थ समान से समान चिकित्सा एवं अंग्रेजी में लाइक क्योर लाइक होता है। डॉक्टर हैनीमैन द्वारा इजाद की इस चिकित्सा पद्धति से विश्व के करोड़ों लोग लांभंवित हो रहे हैं।
भारत में होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति को महाराजा रणविजय सिंह ने अपनाया ।कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने डॉ हैनिमैन के चित्र पर माल्यार्पण किया।
कार्यक्रम में उपस्थित विनीत सिंह, ज्योति सिंह, कैप्टन जेपी तिवारी, रमेश पांडे, अखिलेश चंद्र उपाध्याय, डॉक्टर संतोष कुमार पांडे, मनोज तिवारी, अमिता तिवारी व अनिल श्रीवास्तव सहित अन्य कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का डॉक्टर सतीश सिंह ने आभार व्यक्त किया।
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