अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय पर संचालित कुछ निजी विद्यालयों के आपसी खींचतान का शिकार वहां अध्ययनरत अथवा पूर्व अध्ययनरत मासूम छात्रों को मनाया जा रहा है ।
डिवाइन पब्लिक स्कूल और सेंट जार्ज कॉन्वेंट स्कूल सहित आधा दर्जन स्कूलों की अभी हाल ही में बीएसए रामचंद्र द्वारा जांच की गई थी।
जांच के दौरान सेंट जॉन्स कॉन्वेंट स्कूल की मान्यता ग्रामीण इलाके की मिली थी जबकि उसका संचालन शहरी इलाके में हो रहा है।
वहीं डिवाइन पब्लिक स्कूल दो स्थानों पर संचालित मिला था जिसके बाद बीएसए ने कार्रवाई करते हुए दोनों विद्यालयों को नोटिस जारी करते हुए उनसे जवाब मांगा था।
अभिभावकों ने विद्यालयों द्वारा बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ पर आपत्ति जताते हुए कार्यवाही की मांग की है ।
डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आशीष उपाध्याय ने बताया कि विद्यालय से संबंधित दस्तावेज बीएसए रामचंद्र को उपलब्ध करा दिया गया है और अपना लिखित स्पष्टीकरण भी बीएसए को सौंप दिया है।
साथ ही उन्होंने सेंट जॉन्स कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधक गुड्डन पांडे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि करीब आधा दर्जन स्कूलों पर एक साथ कार्यवाही हुई है जांच और नोटिस की प्रक्रिया चल रही है।
लेकिन सेंट जॉर्ज के प्रबंधक पूरी कार्यवाही के लिए मुझे जिम्मेदार बताते हुए मेरी व मेरे विद्यालय की छवि को धूमिल करने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक ने बताया कि बीते दिनों सेंट जॉर्ज कॉन्वेंट स्कूल के प्रबंधक गुड्डन पांडेय ने तीन नाबालिग लड़कों का इस्तेमाल कर मुझे बदनाम करने का प्रयास किया था।
वह बच्चों का जबरन बयान मोबाइल में रिकॉर्ड कर रहे थे जिसका बाद मैंने विरोध किया तो मेरे साथ बदसलूकी के साथ ही हाथापाई पर भी उतारू हो गए। जिसकी पूरी रिकॉर्डिंग मोबाइल में मौजूद है।
उन्होंने कहा कि नाबालिग बच्चों का वीडियो सेंट जार्ज के प्रबंधक द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल करा दिया गया बावजूद इसके उनके भविष्य तक का ख्याल तक नहीं रखा गया, कि आने वाले वक्त में इन बच्चो का भविष्य क्या होगा।
ऐसे में बच्चों का इस तरह राजनीतिकरण करते हुए वीडियो वायरल करना बच्चों के भविष्य से बड़ा खिलवाड़ है इस पर प्रशासन को संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।
डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आशीष उपाध्याय ने बताया कि बलरामपुर जिले में डिवाइन ही एक ऐसा स्कूल है जो अभिभावकों को पूरी तरीके से राहत देने का काम कर रहा है। बीते कोरोना काल मे 64 लाख रुपए की फीस हमने माफ की है ।
साथ ही अब प्री नर्सरी और नर्सरी तक की शिक्षा को एडमिशन शुल्क के बाद फ्री कर दिया है। जिससे जिले में संचालित कई प्राइवेट विद्यालयों के प्रबंधकों की कमाई पर बड़ा असर पड़ रहा है। जिसके तहत मेरे खिलाफ लगातार साजिश रच कर सोशल मीडिया पर तमाम तरीके अफवाह फैलाई जा रही है।
उन्होंने बताया सेंट जॉर्ज कान्वेंट के प्रबंधक के कृत्य से वायरल वीडियो में दिख रहे बच्चों के परिजन भी बेहद नाराज हैं और बीते दिनों वह मेरे विद्यालय में आकर संबंधित प्रबंधक द्वारा बच्चों को गुमराह कर वीडियो बनाया जाने की बात कही थी ।
साथ ही अपने फायदे के लिए नाबालिग बच्चों का इस्तेमाल करने वाले प्रबंधक के खिलाफ पुलिस में शिकायत देने की भी बात कही थी।
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