रमेश कुमार मिश्रा
तरबगंज गोण्डा।गोण्डा जिले के तरबगंज रेंज के रेंजर की मिलीभगत से क्षेत्र में हरे व फलदार बृक्षों का सफाया किया जारहा है और जिम्मेदार खामोशी का चादर ओढ़े हुए है जिससे बनमाफिया हाबी हो रहे है और क्षेत्र से छाया समाप्त होती जारही है जिससे प्रर्यावरण प्रदूषण बढ़ जायेगा।
बताते चले की एक तरफ सरकार पेड़ो की सुरक्षा व्यवस्था पर करोड़ो रूपये पानी की तरह बहा रही है हर वर्ष पेड़ लगाने का अभियान चलाकर क्षेत्र में हरियाली लाने का प्रयास कर रही है।
वही बनविभाग में बैठै जिम्मेदार अधिकारी रेंजर सरकार की मनसा पर खुलेआम पानी फेर रहे है और बनमाफिया को बढ़ावा देकर क्षेत्र से हरियाली गायब करने पर लगे हुए जिससे सरकार की योजना फ्लाप साबित होरही है।
यही नही साहब हाईबेमार्ग के किनारे लगे बेसकीमती पेड़ भी सुरक्षित नही रहगये है।अगर इसी तरह चलता रहा तो आने वाले समय में क्षेत्र हरियाली गायब हो जायेगी और फलदार पेड़ ढ़ूंढने पर भी नही मिलेंगे और प्रर्यावरण प्रदूषण चरम पर पहुँच जायेगा।
हाँ साहब ये कोई कहानी नही है ये है हकीकत गोण्डा जिले के तरबगंज रेंज का जहाँ के बेलगाम रेंजर की मिलीभगत से पूरे क्षेत्र में बनमाफिया हाबी होगये है ।
जगह जगह हरे व फलदार बृक्ष काटे जारहे है वो भी खुलेआम जिस पर कोई कार्यवाही ना करके रेंजर महोदय माफियाओं को बढ़ावा देरहे है हो भी क्यो ना क्योकि यहाँ पर पेड़ का रेट निर्धारित है ।
आम के पेड़ एकहजार रूपये,सीसम के पेड़ 500रूपये इसी तरह हर पेड़ का मूल्य देकर बेलगाम ठेकेदार हरे पेड़ खत्म करने पर तुले हुए है जिसकी रिर्काडिंग रोड के चौकीदार से ठेकेदार बनकर बात की गयी तो उन्होने बताया की हर पेड़ का रेजर साहब ने रेट निर्धारित कर दिए है।
पैसा देदो पेड़ कटाओ कोई कुछ नही कर पायेगा क्योकि उनकी पूरी जिम्मेदारी रहेगी जब कटवाना होगा तब बताना हम बात करवा देगे और आपका काम हो जायेगा।
यही नही साहब हाई बे मार्ग के किनारे लगे पेड़ के भी रेट तय है पैसा रेंजर साहब को देदो और पेड़ कटवालो कोई कुछ नही कर पायेगा।क्योकि पूरारेंज आपके साथ है।
इसी तरह तरबगंज नवावगंज हाईबेमार्ग के किनारे दुर्जनपुरघाट से पहले सीसम के बेसकीमती पेड़ ठेकेदार के हवाले कर दिया पैसा रेंजर के खाते में चला गया पेड़ कटकर ठेकेदार के घर पहुँच गया है।
क्या कहते है जिम्मेदार.
रेंजर जानकी प्रसाद गुप्ता का गैरजिम्मेदाराना बयान बताया की सीसम पेड़ के बारे में हमे कोई जानकारी है और रेट के बारे में पूछने पर बताया की हमारे यहाँ पत्रकारों का भी रेट तय है।
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