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बाल श्रम एक सभ्य समाज के लिए कलंक है :डॉ महेंद्र प्रताप सिंह



वेदव्यास त्रिपाठी

प्रतापगढ़!  सदर ब्लाक के बिहारगंज में चाइल्डलाइन 1098, तरुण चेतना, श्रम विभाग एवं चाइल्ड फंड इंडिया के तत्वाधान में विश्व बाल श्रम निषेध दिवस पर आज बाल श्रम विरोधी रैली व जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।


कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता श्रम प्रवर्तन अधिकारी डॉ महेंद्र प्रताप सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि बाल-श्रम एक सभ्य समाज के लिए कलंक है।


यह बाल अधिकारों सहित मानवाधिकार का भी हनन है। बच्चे हमारे देश के भविष्य हैं, जिनके हित में हम सबको मिलकर बाल-श्रम के खिलाफ एक मुहिम छेड़नी होगी।

इसी क्रम में चाइल्डलाइन के सिटी कोऑर्डिनेटर अर्पित श्रीवास्तव ने प्रबुद्ध लोगों से अपील की हम सब को मिलकर बाल-श्रम जैसी अमानवीय समस्या को जड़ से खत्म करने का संकल्प लें। 


कार्यक्रम मे एंटी ह्युमन ट्रैफकिंग यूनिट के हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिसोदिया ने कहा कि सभी लोग बाल-श्रम में लिप्त बच्चों की पहचान कर उनके पुनर्वास के लिए आगे आए और यदि 14 वर्ष के कम उम्र का कोई भी बच्चा बाल मजदूरी करते नजर आए तो इसकी सूचना  चाइल्ड हेल्पलाइन के 24x7 टोलफ्री नंबर 1098 पर दे, जिससे बाल अधिकारों का हनन रोका जा सके।

  

इसी क्रम में चाइल्ड फंड इंडिया के फील्ड कोऑर्डिनेटर ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि बाल श्रम के कारण व बाल श्रम से उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए लोगों को बाल मजदूरी की समाप्ति का संकल्प दिलाया। 


कार्यक्रम के अंत में सबने मिलकर शपथ लिया कि हम सबको बनना होगा ज़िम्मेदार, ताकि कोई न हो बाल मज़दूरी का शिकार।


उल्लेखनीय है कि हर साल दुनिया भर में 12 जून को विश्व बाल श्रम निषेध दिवस के रूप में मनाया जाता है। ऐसे लाखों बच्चे हैं जो मजदूरी करने के लिए मजबूर हैं और अपने नाजुक कंधों पर बोझ ढ़ोकर अपने परिवार का पेट पाल रहे है जो बाल अधिकारों का घोर उल्लंघन है। 


इसीक्रम में बच्चों द्वारा गांव में रैली निकाल कर बाल-श्रम के खिलाफ लोगों को जागरूक किया गया। 


कार्यक्रम का संचालन हकीम अंसारी ने किया इस अवसर पर अजहर अंसारी, हिमांशु, अभय, मेहताब सहित बच्चों  ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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