पँश्याम त्रिपाठी
नवाबगंज (गोंडा) क्षेत्र के नगवा गांव स्थित निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल निषाद पार्टी के कार्यालय पर 07 जून को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया।
बताते चलें कि इटावा का रहने वाला अखिलेश निषाद बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र था।
07 जून 2015 में संतकबीर नगर के कसरौल में आरक्षण की मांग को लेकर रेल रोको आंदोलन में शामिल हुआ था जहां पुलिस की गोली लगने से वह घायल हो गया था और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई थी।
निषाद पार्टी के पदाधिकारियों के द्वारा 07 जून मंगलवार को अखिलेश के बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत महिला मोर्चा की पदाधिकारियों द्वारा निषाद राज की सामूहिक आरती के साथ की गई। इस मौके पर पार्टी के पदाधिकारियों ने दो मिनट का मौन रखा और अखिलेश के चित्र पर फूल-माला चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान जिला अध्यक्ष राजकुमार निषाद ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण निषाद समाज का एक सच्चा और वीर सपूत शहीद हो गया था। निषाद समाज के लोग संगठित होकर आरक्षण के लिए मुहिम चलाएं यही अखिलेश को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
जिला महासचिव राजाबाबू ने कहा कि हम निषाद समाज के लोग संगठित होकर आरक्षण की मांग को लेकर ऐसा काम करे कि आरक्षण लेने में सफल हो जांए यही अखिलेश को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इस मौके पर जिला संयोजक रामानंद निषाद, संगठन जिलाध्यक्ष सोनीलाल निषाद, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष किरण निषाद, रीता निषाद, शिवबख्श निषाद, राजितराम निषाद, पाटनदीन निषाद, राकेश निषाद, दिनेश निषाद, सहित तमाम पदाधिकारी मौजूद रहे ।
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