वेदव्यास त्रिपाठी
प्रतापगढ़:कटरा मेदनीगंज स्थित एटीएल यानी आटो ट्रैक्टर्स लिमिटेड में उद्योग लगाने के लिए कई बड़े उद्यमी आगे आए हैं।
मुंबई, दिल्ली, पंजाब, हैदराबाद के उद्यमियों ने यहां पर औद्योगिक इकाई लगाने की इच्छा जाहिर की है। संभावना है कि अगले सप्ताह उद्यमी लखनऊ में मुख्य सचिव से मुलाकात कर अपनी कार्ययोजना भी सौंप सकते हैं।
कटरा मेदनीगंज में वर्ष 1980 में तत्कालीन केंद्रीय मंत्री राजा दिनेश सिंह के प्रयास से एटीएल फैक्ट्री की स्थापना हुई थी।
यहां पर प्रताप ट्रैक्टर के साथ आटो लैंड जीप का इंजन बनता था। फैक्ट्री के घाटे में जाने के कारण नवंबर 1990 में इसे बंद कर दिया गया।
फरवरी 1991 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने फैक्ट्री को चलाने का दायित्व उद्योगपति रमेश सिपानी को सौंप दिया। फैक्ट्री फिर कर्ज में डूब गई। मार्च 1998 में इस पर ताला लग गया।
इससे 622 कर्मचारी बेरोजगार हो गए थे। वर्ष 1999 में कर्मचारियों और कर्ज देने वाली बैंकों ने बकाये के भुगतान के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट में वाद दायर किया था।
30 जून 2022 रुपये का बकाया भुगतान प्रदेश सरकार देगी। फैक्ट्री की जमीन को बेचा नहीं जाएगा। इसके बाद यहां पर नई औद्योगिक इकाइयां लगाने का रास्ता साफ हो गया है।
मुंबई दिल्ली पंजाब हैदराबाद के उद्यमियों ने यहां पर औद्योगिक इकाई लगाने में रुचि दिखाई है वह अपने स्तर पर इसकी कार्ययोजना भी तैयार कर रहे हैं केंद्र और प्रदेश सरकार की यही कोशिश है कि यहां पर नई औद्योगिक इकाइयां लगे और कारोबार बढ़े।
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