जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के डिवाइन पब्लिक स्कूल में गुरुवार को आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर झंडा अभियान और देश भक्ति की अलख जगाने के लिए एसएसबी नवीं वाहिनी के ऊपर सेनानायक आरके तेज कुमार ने बच्चों को जागरूक करते हुए राष्ट्रीय ध्वज का वितरण किया तथा उन्हें देशभक्ति का पाठ पढ़ाया।
जानकारी के अनुसार 28 जुलाई को नगर मे सिटी पैलेस के निकट स्थित डिवाइन पब्लिक स्कूल मे सशस्त्र सीमा बल नवीं वाहिनी के डिप्टी कमांडेंट आर के तेजकुमार अपनी टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने स्कूल में मौजूद बच्चों से मुलाकात कर स्कूल में दी जा रही शिक्षा के विषय में चर्चा की। उप सेनानायक तेज कुमार ने बच्चों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाते हुए "हर घर झंडा अभियान" की जानकारी दी । उन्होंने बताया कि 1947 में हमारा देश आजाद हुआ है। आप सभी बच्चे आजाद भारत में पैदा हुए हैं। बच्चों से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि शायद आप सभी को आजादी की पूरी कहानी पता भी नहीं होगी कि हमारे देश को आजादी कैसे मिली है। उन्होंने क्रांतिकारियों के बलिदान और देश की लड़ाई में शामिल रहे महापुरुषों के बारे में बच्चों को बताया । साथ ही उन्हें जागरूक करते हुए कहा कि आज "भारत" आजाद है और हम सब आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। उन्होंने बच्चों का आवाहन किया आप भी आजादी से अमृत महोत्सव में शामिल हो जाइए और आजादी का जश्न मनाइए। उन्होंने कहा कि इसी के तहत केंद्र सरकार की पहल पर "हर घर झंडा अभियान" चलाया जा रहा है । उन्होंने अपील किया कि सभी लोग अपने घर के ऊपर तिरंगा जरूर फहराए। उन्होंने बच्चों के बीच भारतीय राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का वितरण भी किया। डिवाइन पब्लिक स्कूल के प्रबंधक आशीष उपाध्याय ने बताया कि आज नवी वाहिनी एसएसबी के डिप्टी कमांडेंट द्वारा बच्चों को जागरूक किया गया है। हर घर झंडा अभियान के तहत बच्चों को राष्ट्रीय ध्वज का वितरण किया गया है और उन्हें आने वाले 15 अगस्त को अपने घर पर अनिवार्य रूप से तिरंगा फहराने के लिए प्रेरित किया गया है। उन्होंने कहा कि अपने बीच सेना के बड़े अफसर को वर्दी में देखकर बच्चे काफी खुश वह उत्साहित थे । बच्चों को डिप्टी कमांडेंट से मिलकर बड़ी प्रेरणा मिली है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर प्रशासनिक, पैरामिलिट्री व सेना के अधिकारियों को बच्चों के बीच ऐसे ही जाना चाहिए जिससे उनका हौसला बुलंद हो और उनके भीतर भी देशभक्ति का जज्बा बढ़ता रहे। इस दौरान विद्यालय के समस्तत शिक्ष्षक शिक्षिकाएं तथा शिक्षणेत्तर कर्मी मौजूद रहे ।
एक टिप्पणी भेजें
0 टिप्पणियाँ