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BALRAMPUR...अंर्तविद्यालीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन


अखिलेश्वर तिवारी
जनपद बलरामपुर जिला मुख्यालय के अंग्रेजी माध्यम विद्यालय पायनियर पब्लिक स्कूल एंड कॉलेज में शनिवार को अंर्तविद्यालीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । शतरंज प्रतियोगिता में जूनियर तथा सीनियर वर्ग के छात्र छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया ।


 30 जुलाई को शहर के अग्रेंजी माध्यम विद्यालय पॉयनियर पब्लिक स्कूल एण्ड कॉलेज में ‘अर्न्तविद्यालीय शतरंज खेल प्रतियोगिता‘ का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी ने बच्चों को बताया कि शतरंज हमारे राष्ट्रीय खेलों मे से एक है। यह एक रोचक खेल है जिसे हर उम्र के लोग खेलते है। शतरंज एक बेहतरीन खेल है इसकी शुरूआत भारत में माना जाता है। शतरंज पुराने खेलो मे से एक है जिसकी उत्पत्ति 6वीं शताब्दी मे मानी जाती है। शतरंज एक चौकोर तख्त पर खेला जाता है जिस पर काले व सफेद के 64 खाने बने होते है। इसे एक बार मे दो लोग खेल सकते है और हाथी, घोड़ा, ऊँट, राजा आदि मोहरे होते है। इस खेल में दोनो तरफ एक-एक राजा एवं रानी व वजीर होते है। शतरंज एक बेहद रोचक खेल है, इसे कई बुद्धिजीवी बड़े शौक से खेलते हैं । प्रतियोगिता‘ विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 एम0पी0 तिवारी के नेतृत्व में प्रारम्भ हुआ। विद्यालय की पी0टी0आई0 विजय लक्ष्मी पाण्डेय की संरक्षता में जूनियर ग्रुप कक्षा-6 से 8 तक के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। प्रतियोगिता में शिवेन्द्र शुक्ला, अंश श्रीवास्तव, हर्ष पटेल, सूरज जायसवाल, प्रिजोत मोदनवाल, कृष्णा वर्मा, अतुलेश शुक्ला, अंलकृत दीक्षित, श्रद्धा यादव, सिद्धी गुप्ता, हर्ष सिंह, देवांश श्रीवास्तव, रूद्राक्ष शुक्ला, हेमन्त रावत, जीवेश पाण्डेय, वंश चौधरी एवं युवराज ने प्रतिभाग किया। अधिकतम अंक प्रिजोत मोदनवाल एवं सिद्धी गुप्ता ने प्राप्त किया और विजयी घोषित हुए। सीनियर ग्रुप कक्षा-9 से 12 में छात्र-छात्राओं में युवराज श्रीवास्तव, ब्रिजेश वर्मा, सौरभ बाल्मीकि, आर्दश प्रताप सिंह, आंकाक्षा पाठक, अस्वनी विश्वकर्मा, सौरभ मनि त्रिपाठी, प्रांजल श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह, कार्तिकेय मिश्रा, अमित कुमार शुक्ला, आयुश सिंह, यश सिंह, प्रियश प्रसून मिश्रा, एवं आयुश सिंह ने प्रतिभाग किया जिसमें युवराज श्रीवास्तव तथा आंकाक्षा पाठक ने अधिकतम अंक प्राप्त करके विजयी घोषित हुए । विद्यालय के प्रबन्ध निदेशक डा0 तिवारी ने शतरंज खेल प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले बच्चों को प्रोत्साहित किया एवं सभी छात्र-छात्राओं का उत्सावर्धन करते हुए विजयी छात्र-छात्राओं को पुरूस्कार वितरण करने का वादा किया। साथ में यह में बताया कि खेल शारीरिक, मानसिक, मनोवैज्ञानिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। पढ़ाई के साथ-साथ नियमित रूप से खेल खेलना मानसिक कौशल के विकास में काफी सहायक होता है। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्या प्रधानाचार्य शिखा पाण्डेय, आशुतोष मिश्रा, राघवेन्द्र त्रिपाठी (एक्टीविटी इंचार्ज) सहि त समस्त अध्यापक अध्यापिकाएँ उपस्थित रहे।

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