संजय कुमार यादव
छपिया गोण्डा:सोमवार को भारतीय किसान यूनियन द्वारा विद्युत केंद्र मसकनवा पर धरना प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया गया।
5 सूत्री मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने अभियंता विद्युत विभाग मसकनवा को महामहिम राष्ट्रपति व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया ।
विज्ञापन में अपनी मांगों को रखते हुए जिलाध्यक्ष दीपक वर्मा ने बताया कि केंद्र सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा को समझौते के दौरान आश्वासन दिया था कि बिजली बिल 2020 को वापस ले लिया जाएगा ।
लेकिन अफसोस के साथ कहना पड़ता है कि किसानों की सलाह लिए बिना बिजली बिल 2022 के नाम से संसद में पटल पर विचार के लिए प्रस्तावित किया गया।
हमारी मांग है कि प्रस्तावित बिजली बिल 2022 तत्काल वापस लिया जाए। बिजली के निजीकरण करने की कोई भी खुली थी कोशिश को तत्काल बंद किया जाए उत्तर प्रदेश में किसानों के नलकूप पर बिजली का मीटर लगाया जा रहा है ।
चुनाव में घोषणा पत्र के अनुसार किसानों को मुफ्त बिजली देने का सरकार ने वादा किया था इसलिए उत्तर प्रदेश बिजली नियमक बोर्ड तत्काल इस कार्रवाई पर रोक लगाएं।उत्तर प्रदेश में भी किसानों को हरियाणा और पंजाब के नियमानुसार विद्युत सप्लाई करने की गारंटी की जाए ।
साथ ही किसानों का बकाया बिजली बिल तत्काल माफ किया जाए। इन मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने धरना प्रदर्शन कर विद्युत उपकेंद्र पर सौंपा ज्ञापन।
इस मौके पर शहजाद अली, लवकुश कुमार,दीलीप यादव, दिनेश यादव, बृजेश वर्मा ,सहदेव घनश्याम राजकुमार ,अखिलेश ,राजू सहित सैकड़ों की संख्या में किसान रहे मौजूद।
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