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अमृत महोत्सव के तहत विशेष भोज में हलवा देकर बच्चों का भोजन खा गया एनजीओ



एमडीएम समन्वयक की मिली-भगत से एनजीओ खा रहा बच्चों का भोजन 

पहले भी कई बार नहीं दिया है भोजन शिक्षकों की आपत्ति के बाद भी स्थिति जस की तस

आयुष मौर्य

धौरहरा खीरी।आजादी के अमृत महोत्सव के तहत " हर घर तिरंगा " अभियान में शासन के निर्देश पर बेसिक स्कूलों के बच्चों को एक सप्ताह तक एमडीएम के अतिरिक्त बच्चों को शासन ने विशेष भोज देन के निर्देश दिए गए थे। 


वहीं विशेष भोज के लिए बीएसए ने मेन्यू जारी कर बच्चों को एमडीएम के साथ ही पहले दिन हलवा देने के निर्देश दिए थे। 


पर धौरहरा कस्बे में बच्चों को एमडीएम देने वाले एनजीओ ने विशेष भोज में बच्चों को केवल हलवा देकर एमडीएम नहीं दिया, जिससे मायूस हो नौनिहाल बिना खाए ही घर वापस चले गए । 


मामले में जब एमडीएम समन्वयक से बात की गई तो पहले तो उन्होंने कहा कि सिर्फ विशेष भोज में हलवा ही दिया जाना था । 


पर जब उन्हें शिक्षा निदेशक के निर्देश का हवाला दिया गया तो अपनी बात से मुकर कर कहा कि एमडीएम न दिया जाना गलत है, एनजीओ को नोटिस दी जाएगी ।


गुरुवार को अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान में बेसिक के बच्चों को एमडीएम के साथ ही अतिरिक्त भोज दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं । 


पर धौरहरा में बच्चों को एमडीएम देने वाले एनजीओ ने एमडीएम समन्वयक की मिली-भगत भगत से बच्चों को एमडीएम न देकर सिर्फ हलवा ही वितरित किया । 


धौरहरा नगर पंचायत में बेसिक शिक्षा परिषद व शासन द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालय नगर पंचायत , प्राथमिक विद्यालय बारिनटोला , प्राथमिक विद्यालय धौरहरा द्वितीय , प्राथमिक विद्यालय कबरियन टोला , संविलयन विद्यालय धौरहरा प्रथम , राजकीय इंटर कालेज धौरहरा व राजकीय बालिका इंटर कालेज धौरहरा में नामांकित करीब 3000 बच्चों में से गुरुवार को स्कूल पहुचें बच्चों को कार्यदायी संस्था द्वारा अमृत महोत्सव के तहत विशेष भोज में हलवा देकर बच्चों को एमडीएम नहीं दिया ।  


शिक्षकों ने दर्ज की आपत्ति तो एनजीओ प्रबंधक भड़का 

नगर क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में गुरुवार को फिर एमडीएम नहीं दिया गया ।इसकी जगह केवल हलुआ भेजा गया। 


एक शिक्षक ने एनजीओ मैनेजर को फोन कर आपत्ति जताई तो वह भड़क गए। वह बोले 'ठेका तुम खुद ले लो, फिर चार रुपये में खिलाना हलुआ पूड़ी सब्जी।'


' शिक्षक को हड़का कर मैनेजर ने यह कहते हुए फोन काट दिया कि 'तुम मुझसे बात मत करो।' कुछ देर बाद यह रिकार्डिंग वायरल हो गई तो शिक्षकों में आक्रोष फैल गया। शिक्षक इस एनजीओ की कार्यशैली की शिकायत काफी समय से कर रहे हैं। 


लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के कान तक आवाज नहीं पहुंचती। इससे पहले छह अगस्त को स्कूलों में एमडीएम की जगह पारले बिस्किट बांटे थे। 


डीजी बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद ने सभी जिले के बीएसए को पत्र भेजा है। इसके अनुसार आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान परिषदीय स्कूलों में 11 से 17 अगस्त तक बच्चों को एमडीएम के साथ विशेष भोज दिया जाना है। इसमें हलुआ, खीर, बूंदी जैसे विभिन्न व्यंजन रहेंगे ।


क्या कहते हैं जिम्मेदार 

मामले में जब जिला  एमडीएम समन्वयक ऋतुराज सिंह से बात की गई तो पहले तो उन्होंने कहा कि अमृत महोत्सव के तहत सिर्फ हलवा ही दिए जाने के निर्देश है पर जब उनको शिक्षा निदेशक का पत्र दिखाया गया तो उन्होंने अपनी बात से मुकरते हुए कहा कि एमडीएम न दिया जाना गलत है एनजीओ को नोटिस जारी की जाएगी ।


एनजीओ संचालक विनेश कुमार

जानकारी के अभाव में विशेष भोज के तहत बच्चों को एमडीएम न देकर सिर्फ हलवा दिया गया है । भविष्य में ऐसा दोबारा नहीं किया जाएगा । 


प्रबन्धक राजकुमार को धौरहरा से काफी समय पहले ही हटा दिया गया है । शिक्षकों के पास अभी उसका ही फोन नम्बर है ।हटाए जाने से नाराज राजकुमार ने अभद्र व्यवहार किया है ।


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