सलमान असलम
बहराइच:फखरपुर थाना क्षेत्र के सौगहना परसेंडी में मनाया गया ।
आठवीं मोहर्रम जानकारी के अनुसार मोहर्रम 3 वर्ष बाद मनाया जा रहा है क्योंकि इस 3 वर्ष कोरोना महामारी के चलते जुलूस नहीं निकाला गया ।
लेकिन ईश्वर के महिमा से कोरोना का प्रकोप खत्म हुआ हाफिज साबिर ने बताया कि आज मोहर्रम की 10 वीं तारीख को हजरत इमाम अली अकबर, हजरत इमाम अली असगर, हजरत इमाम कासिम की शहादत हुई थी ।
इसीलिए आज के दिन मातम के तौर पर मनाते हैं और मोहर्रम की 10वीं तारीख आशूरा के नाम से जानी जाती है इस्लाम धर्म का प्रमुख दिन होता है ।
कहा जाता है कि मोहर्रम के महीने में हजरत इमाम हुसैन की शहादत हुई थी हजरत इमाम हुसैन इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब के छोटे नवासे थे ।
हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में मोहर्रम के महीने में दसवें दिन को लोग मातम के तौर पर मनाते हैं।
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