बाढ़ के चपेट में है हर्रैया तहसील के 95 से अधिक गांवों की आबादी | CRIME JUNCTION बाढ़ के चपेट में है हर्रैया तहसील के 95 से अधिक गांवों की आबादी
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बाढ़ के चपेट में है हर्रैया तहसील के 95 से अधिक गांवों की आबादी

 


सुनील उपाध्याय 

बस्ती। जिला में सरयू नदी का पानी तटवर्ती गांवों मे तबाही मचा रही है। हर्रैया तहसील क्षेत्र के 95 से अधिक गांवों की करीब एक लाख आबादी बाढ़ की चपेट में है।


जो जहां सुरक्षित स्थान पा रहा है, वहीं शरण ले रहा है। कोई अपने घर की छत पर तो कोई तटबंध पर शरण लिए हुए है। बाढ़ शरणालय व ऊंचे स्थान जैसे खेत और सड़कें भी लोगों का सुरक्षित सहारा बना रही हैं।


प्रशासन बाढ़ पीड़ितों से गांव छोड़ने की लगातार अपील कर रहे हैं। दुबौलिया क्षेत्र के भूअरिया, मलिकपुर, अखनपुर, सतहा, बलुईया, जेठूपुरवा के लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंच चुके हैं।


क्षेत्र के पूरेमोतीराम, बसावनपुर, पहियामाफी, अशोकपुर ग्राम पंचायत का बलुईया पुरवा, गोडियाना, सतहा, 16 नंबर, जेठूपुरवा, चौहान पुरवा सहित कुल 14 पुरवे बाढ़ से प्रभावित है।

वरदिया लोहार ग्राम पंचायत के माझा अखनपुर, दक्षिण पुरवा, श्रीरामपुरवा, मलिकपुर केवटहिया, टेढ़वा, सुविकाबाबू, विशुनदासपुर की अनुसुचित बस्ती, कुर्मियाना, मोजपुर, टकटकवा सहित करीब 30 पुरवे जलमग्न हैं।

बाढ़ में आठ प्राथमिक व जूनियर हाईस्कूल भी जलमग्न है। ग्राम पंचायत अशोकपुर, माझा को जाने वाला संपर्क मार्ग का पानी में पता नहीं चल रहा है। इस मार्ग से होकर आने जाने वालों को पुलिस व प्रशासन के लोग रोक रहे हैं।

अति संवेदनशील तटबंध कटरिया चांदपुर और गौरा सैफाबाद पर तमाम जगह पानी का रिसाव शुरु हो गया है। जिसे बाढ़खंड रिसाव रोकने के लिए काम कर रहा है।


वही विक्रमजोत क्षेत्र के तटबंध विहीन गांव कल्यानपुर और भरथापुर की स्थित अत्यंत दयनीय है। करीब 200 घरों के इन गांवों के लोग विक्रमजोत और बाघानाला में दूसरे के घरों में शरण लिए हुए हैं। 


कवलपुर फूलडीह, बाघानाला, गौरियानयन, खतमसराय और विक्रमजोत कस्बे में पानी घुस गया। हाईवे के सर्विस रोड पर करीब एक फुट पानी जमाव हो गया है। बड़ी मात्रा में बाढ़ राहत सामग्री कस्बे के बाल्मीकि इंटर कॉलेज परिसर में रखी गई है।

केंद्रीय जल आयोग अयोध्या के अनुसार जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बृहस्पतिवार को नदी का जलस्तर खतरे के निशान 92.73 मीटर से 1.25 मीटर ऊपर यानी 93.98 मीटर दर्ज किया गया। जो हाईफ्लड लेबल से महज 2 सेमी नीचे है। 


बाढ़ सूत्रों के अनुसार जलस्तर में कुछ गिरावट दर्ज की गई है। एक दो दिन में कुछ राहत की उम्मीद की जा रही है।



एडीएम कमलेश चंद ने बताया कि 95 से अधिक गांवों की करीब एक लाख आबादी बाढ़ की चपेट में है। एसडीआरएफ व पीएसी की 28 मोटरबोट सहित 173 छोटी-बड़ी नावों को राहत कार्य में लगाया गया है। 


बृहस्पतिवार को 5,000 पैकेट लाई पीड़ितों में वितरित की जा चुकी है। सामुदायिक किचन के माध्यम से भोजन का प्रबंध किया गया है

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